मनीष कश्यप ने BJP छोड़ी, राजनीति में नई दिशा की तलाश

बिहार की राजनीति में नया मोड़
लोकसभा चुनावों से पहले बिहार की राजनीतिक स्थिति में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। मनीष कश्यप, जो पहले पत्रकार थे, ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से अपने संबंध तोड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने इस फैसले की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की और इसके पीछे की वजह भी स्पष्ट की।कश्यप ने बताया कि उन्होंने BJP छोड़ने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि वे अपनी विचारधारा से समझौता नहीं करना चाहते। उनका कहना है कि वे राजनीति में सेवा और सत्य के मार्ग पर चलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मैं 2024 में टिकट लेकर सांसद बन सकता था, लेकिन मैंने अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।"
अपने वीडियो संदेश में मनीष ने कहा कि वे जनता की सेवा के लिए राजनीति में आए थे, न कि केवल पद और सत्ता के लिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान राजनीति में ईमानदार लोगों के लिए स्थान कम होता जा रहा है। उन्होंने जनता से वादा किया कि वे बिना किसी पार्टी के दबाव में आए, अपने तरीके से लोगों की आवाज़ उठाते रहेंगे।
BJP छोड़ने के बाद, मनीष कश्यप ने स्पष्ट किया है कि वे राजनीति में सक्रिय रहेंगे और जनता के मुद्दों पर अपनी आवाज उठाते रहेंगे। हालांकि, उन्होंने अभी तक किसी नई पार्टी में शामिल होने की घोषणा नहीं की है।