ममता बनर्जी का चुनाव आयोग पर हमला, एसआईआर के कारण बढ़ी तनाव की स्थिति
ममता बनर्जी का बयान
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसआईआर के मुद्दे पर भाजपा सरकार और चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि, एसआईआर के दबाव के चलते जलपाईगुड़ी के माल में एक बूथ लेवल अधिकारी की जान चली गई। उनका आरोप है कि यह घटना काम के असहनीय दबाव के कारण हुई है। इससे पहले भी उन्होंने इस विषय पर सवाल उठाए थे।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "गहरा सदमा और दुःख हुआ। आज फिर, हमने जलपाईगुड़ी के माल में एक बूथ लेवल अधिकारी शांति मुनि एक्का, जो एक आदिवासी महिला और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता थीं, को खो दिया। उन्होंने एसआईआर (SIR) कार्य के असहनीय दबाव में अपनी जान दी।"

उन्होंने आगे कहा, "एसआईआर (SIR) की शुरुआत से अब तक 28 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जिनमें से कुछ डर और अनिश्चितता के कारण, जबकि अन्य तनाव और काम के बोझ के चलते। चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए अनियोजित कार्यभार के कारण इतनी कीमती जानें जा रही हैं। पहले यह प्रक्रिया 3 साल में पूरी होती थी, लेकिन अब इसे चुनाव से ठीक पहले 2 महीने में पूरा किया जा रहा है, जिससे बीएलओ पर अमानवीय दबाव पड़ रहा है। मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करती हूं कि वे विवेक से काम लें और इस अनियोजित अभियान को तुरंत रोकें।"
