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महाराजा अग्रसेन जयंती 2025: महत्व और विशेषताएँ

महाराजा अग्रसेन जयंती, जो 22 सितंबर 2025 को मनाई जाएगी, अग्रवाल और अग्रोहा समाज के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। महाराजा अग्रसेन को उनके समाज सुधारों और उदारता के लिए याद किया जाता है। इस दिन विशेष पूजा और उत्सव का आयोजन किया जाता है। जानें उनके जीवन की खास बातें और इस पर्व का महत्व।
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महाराजा अग्रसेन जयंती 2025: महत्व और विशेषताएँ

महाराजा अग्रसेन जयंती 22 सितंबर: नई दिल्ली

महाराजा अग्रसेन जयंती, अग्रवाल और अग्रोहा समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्हें भगवान श्री राम के वंशज और अग्रवाल समाज के संस्थापक के रूप में जाना जाता है, और उनकी उदारता तथा समाज सुधारों के लिए उन्हें याद किया जाता है।


समृद्धि का वरदान

कहा जाता है कि उनकी कुलदेवी महालक्ष्मी ने उन्हें और उनके वंशजों को समृद्धि का वरदान दिया। उनका जन्म द्वापर युग के अंत और कलयुग के आरंभ में हुआ था, और वे भगवान श्री कृष्ण के समकालीन माने जाते हैं। आइए, जानते हैं कि 2025 में उनकी जयंती कब मनाई जाएगी और उनके जीवन की कुछ महत्वपूर्ण बातें।


महाराजा अग्रसेन जयंती 2025 की तारीख

महाराजा अग्रसेन जयंती 2025 में 22 सितंबर, सोमवार को धूमधाम से मनाई जाएगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर आता है, जो शारदीय नवरात्र के पहले दिन के साथ मेल खाता है। इस दिन अग्रवाल समाज में विशेष उत्सव और पूजा का आयोजन किया जाता है।


महाराजा अग्रसेन का परिचय

महाराजा अग्रसेन को अग्रवाल और अग्रहरि समुदायों का संस्थापक माना जाता है। उन्होंने हरियाणा में अग्रोहा नामक एक व्यापारिक शहर की स्थापना की।


कहा जाता है कि उनके 18 पुत्रों और 18 गोत्रों से अग्रवाल समाज की नींव रखी गई। उनके गुरु मुनि तांडव्य थे। महाराजा अग्रसेन को उनकी उदारता और दयालुता के लिए जाना जाता है। उन्होंने पशु बलि की प्रथा को समाप्त किया और समाज में समानता की व्यवस्था लागू की, जिससे उनका नाम इतिहास में अमर हो गया।