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महाराष्ट्र में मोदी की मॉर्फ्ड फोटो पर सियासी बवाल: भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस

महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक मॉर्फ्ड फोटो को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ गई है। कांग्रेस के नेता प्रकाश पगारे द्वारा साझा की गई इस तस्वीर ने भाजपा कार्यकर्ताओं को भड़का दिया, जिसके बाद उन्होंने पगारे को साड़ी पहनाई। कांग्रेस ने भाजपा की इस कार्रवाई की निंदा की है, जबकि भाजपा इसे प्रधानमंत्री का अपमान मान रही है। इस विवाद ने राज्य की राजनीति में तनाव बढ़ा दिया है और सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है। जानें इस सियासी टकराव के पीछे की पूरी कहानी।
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महाराष्ट्र में मोदी की मॉर्फ्ड फोटो पर सियासी बवाल: भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस

सियासी विवाद की शुरुआत

महाराष्ट्र में मोदी की फोटो पर विवाद: महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक मॉर्फ्ड तस्वीर को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी राजनीतिक बहस छिड़ गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रकाश 'मामा' पगारे ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे साड़ी पहने हुए दिखाई दे रहे थे। इस तस्वीर के साथ एक अपमानजनक गाना भी जोड़ा गया, जिससे भाजपा नेताओं का गुस्सा भड़क गया।


भाजपा का विरोध प्रदर्शन

भाजपा ने साड़ी पहनाई:
भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस पोस्ट को अपमानजनक मानते हुए प्रकाश पगारे को बुलाकर साड़ी पहनाई। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग एक व्यक्ति को पकड़कर साड़ी पहनाते हुए खड़े हैं। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा के कल्याण जिला अध्यक्ष नंदू परब ने किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इस तरह की तस्वीर साझा करना अस्वीकार्य है और यदि ऐसे प्रयास जारी रहे, तो भाजपा कड़ी प्रतिक्रिया देगी।


कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस ने की निंदा:
कांग्रेस ने भाजपा की इस कार्रवाई की निंदा की है और कहा है कि यदि पोस्ट आपत्तिजनक थी, तो भाजपा को पुलिस में शिकायत करनी चाहिए थी, न कि किसी वरिष्ठ कार्यकर्ता को जबरन साड़ी पहनाने जैसी कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस के कल्याण प्रमुख सचिन पोटे ने बताया कि पगारे 73 साल के हैं और पार्टी के वरिष्ठ सदस्य हैं, इसलिए उनके साथ इस तरह का व्यवहार अनुचित है।


राजनीतिक तनाव का बढ़ना

राजनीतिक माहौल में तनाव:
यह घटना महाराष्ट्र की राजनीति में तनाव का एक नया कारण बन गई है। दोनों दल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। भाजपा इसे प्रधानमंत्री का अपमान मान रही है, जबकि कांग्रेस इसे राजनीतिक दबाव और मनोवैज्ञानिक प्रताड़ना के रूप में देख रही है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर तीव्र प्रतिक्रिया और चर्चा हो रही है। इस विवाद ने राज्य के राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है और भविष्य में दोनों दलों के बीच बातचीत और बहस जारी रहने की संभावना है।