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मायावती की राहुल गांधी की माफी पर तीखी प्रतिक्रिया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा पिछड़े वर्गों से माफी मांगने के बाद, बसपा प्रमुख मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राहुल की माफी को 'घड़ियाली आंसू' करार देते हुए कांग्रेस पर स्वार्थी राजनीति का आरोप लगाया। मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा एससी/एसटी और ओबीसी समुदायों का शोषण किया है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और मायावती के ताजा बयान।
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कांग्रेस नेता की माफी पर बसपा प्रमुख का बयान

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पिछड़े वर्गों के मुद्दों पर माफी मांगने के बाद, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राहुल ने कहा कि यदि उन्हें इस वर्ग की समस्याओं का सही ज्ञान होता, तो वे पहले ही जातिगत जनगणना करवा चुके होते। मायावती ने राहुल की माफी को "घड़ियाली आंसू" करार देते हुए कांग्रेस पर स्वार्थी राजनीति करने का आरोप लगाया।


मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि यह स्वीकार करना कि कांग्रेस पार्टी कभी ओबीसी वर्ग के मुद्दों पर भरोसेमंद नहीं रही, कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बयान कांग्रेस के स्वार्थी रवैये को दर्शाता है, जिसमें 'दिल में कुछ और, जुबान पर कुछ और' की राजनीति की जाती है। मायावती ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमेशा एससी/एसटी और ओबीसी समुदायों का शोषण किया और उनके मुद्दों को नजरअंदाज किया।


उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस का यह रवैया उन दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों के प्रति हमेशा नकारात्मक रहा है, जिन्होंने अपनी आवाज़ उठाने के लिए बसपा जैसी पार्टी बनाई। उनका कहना था कि जब इन वर्गों के लोगों ने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया, तो कांग्रेस की नीतियां हमेशा इनके खिलाफ रही।


मायावती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य जातिवादी पार्टियों ने हमेशा इन वर्गों के आरक्षण और अन्य संवैधानिक अधिकारों को दबाया है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस की नीयत में खोट है, और जब सत्ता से बाहर हो जाते हैं, तब उन्हें इन वर्गों की याद आती है।" इसके साथ ही, उन्होंने बीजेपी के एनडीए पर भी आरोप लगाया कि उनका रवैया भी इन वर्गों के प्रति दोहरा है।


मायावती ने कहा कि कांग्रेस और अन्य जातिवादी पार्टियों ने मिलकर एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को निष्क्रिय कर दिया है, जिससे इन वर्गों को समाज, राजनीति और अर्थव्यवस्था में गुलाम बना दिया गया। उन्होंने यह दावा किया कि बसपा ही इन वर्गों की सच्ची हितैषी पार्टी है।


यूपी में चार बार बसपा के नेतृत्व वाली सरकार का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा गरीबों और पिछड़ों के हितों की रक्षा की है। उन्होंने चेतावनी दी कि इन विरोधी पार्टियों के बहकावे में आने से दलित, आदिवासी और ओबीसी वर्गों का भला नहीं होगा। अंत में, उन्होंने कहा कि इन वर्गों को केवल बसपा में ही अपनी सुरक्षा और सम्मान की उम्मीद रखनी चाहिए।