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मिथुन मन्हास: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष की संभावनाएं

मिथुन मन्हास का नाम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अगले अध्यक्ष के रूप में उभर रहा है। उनके नेतृत्व में विराट कोहली के कठिन समय के दौरान लिए गए निर्णयों की चर्चा हो रही है। जानें कैसे मन्हास ने अपने करियर में सही समय पर सही निर्णय लिए और अपने दोस्तों के साथ संबंध बनाए। इस लेख में उनके क्रिकेट करियर और संभावित अध्यक्षता पर विस्तृत जानकारी दी गई है।
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मिथुन मन्हास: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष की संभावनाएं

मिथुन मन्हास का नाम आगे

Mithun Manhas: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अगले अध्यक्ष के रूप में मिथुन मन्हास का नाम लगभग तय हो गया है। उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जा रहा है, जो सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं। दिल्ली क्रिकेट में उनके कार्यकाल से जुड़ी कई रोचक कहानियां प्रचलित हैं।


विराट कोहली के कठिन समय में मन्हास का नेतृत्व

एक पूर्व क्रिकेटर ने एक साक्षात्कार में बताया कि दिसंबर 2006 में कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान विराट कोहली के पिता के निधन के समय मन्हास दिल्ली के कप्तान थे। उन्होंने बताया कि उस समय मन्हास ने सही निर्णय लेने की क्षमता दिखाई।


मिथुन का कप्तानी में योगदान

विराट कोहली के कप्तान थे मिथुन

पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "जब विराट ने रणजी मैच के दौरान अपने पिता को खोया, तब मिथुन ने उन्हें घर जाने की सलाह दी। हालांकि, जब विराट ने खेलने की इच्छा जताई, तो मिथुन ने उनकी बात मान ली। यह उनके नेतृत्व का एक महत्वपूर्ण पहलू था।"


वीरेंद्र सहवाग के करीबी दोस्त

विरेंद्र सहवाग के अच्छे दोस्त

खिलाड़ी ने बताया कि उनके अधिकांश दोस्त वीरेंद्र सहवाग और युवराज सिंह जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। भले ही उनके टी20 रिकॉर्ड साधारण थे, उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और किंग्स इलेवन पंजाब के लिए 55 आईपीएल मैच खेले। एक समय उनकी और वीरू की दोस्ती बहुत गहरी थी।


मन्हास की क्रिकेट यात्रा

क्रिकेटर ने कहा कि मन्हास की क्रिकेट क्षमता अच्छी थी, लेकिन उन्हें अपने लक्ष्यों का पता था। वह दिल्ली में चयन होने तक सोनेट क्लब में थे और ओएनजीसी में खेल कोटे से नौकरी मिलने के बाद उन्होंने सोनेट के प्रति अपनी रुचि कम कर दी।