मुख्यमंत्री मान ने अकाली दल की राजनीति पर उठाए सवाल

मुख्यमंत्री का तंज
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मजीठिया को झूठ बोलने और जनता को गुमराह करने का दोषी ठहराया। मीडिया से बातचीत करते हुए मान ने मजीठिया के हालिया बयानों को खारिज किया और उनके कार्यकाल के दौरान हुई संदिग्ध घटनाओं का उल्लेख किया।
राजनीतिकरण पर सवाल
सीएम मान ने अमृतसर में हाल ही में हुई एक दुखद घटना का राजनीतिकरण करने के लिए मजीठिया की आलोचना की, जिसमें एक गरीब व्यक्ति ने एक जीवित बम को नष्ट करने के प्रयास में अपनी जान गंवा दी। उन्होंने कहा कि मजीठिया कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं, लेकिन उनके शासन में एक एसएचओ को अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए गोली मारी गई थी।
अकाली दल की विफलताएँ
मान ने अकाली शासन के दौरान नाभा जेलब्रेक जैसी घटनाओं की याद दिलाई और मजीठिया जैसे नेताओं की जवाबदेही पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि कैसे अकाली नेताओं ने ड्रग माफियाओं और गैंगस्टरों को संरक्षण दिया, जिससे पंजाब में अपराध और ड्रग्स की समस्या बढ़ी।
गरीबों का शोषण नहीं सहेंगे
मान ने कहा कि मजीठिया एक ऐसे अतीत का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां गरीबों को जेल में डाल दिया गया, जबकि शक्तिशाली लोग बिना किसी दंड के पंजाब को लूटते रहे। उन्होंने भ्रष्ट नेताओं को चेतावनी दी कि गरीबों का शोषण करने वालों को कानून का सामना करना पड़ेगा।
पारदर्शिता की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे अकाली दल की झूठी अफवाहों को नकारें और ईमानदार शासन का समर्थन करें। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पंजाब को पारदर्शिता और विकास की ओर ले जाया जाए।