मौलाना महमूद मदनी ने चुनावी पारदर्शिता पर उठाए गंभीर सवाल

चुनावों में पारदर्शिता की आवश्यकता
मौलाना महमूद मदनी, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष, ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी को गंभीर चिंता का विषय बताया। जब उनसे पूछा गया कि क्या यह मुद्दा केवल अल्पसंख्यकों को प्रभावित करता है, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सभी भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "आपको यह नहीं पता कि आप किसे वोट दे रहे हैं और उनकी वास्तविक स्थिति क्या है। आप एक व्यक्ति को वोट देते हैं, लेकिन जीत कोई और जाता है।"
मदनी ने यह भी कहा कि यह लोकतंत्र की मूलभूत ईमानदारी और पारदर्शिता से संबंधित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि जनता के विश्वास के साथ इस तरह का धोखा होता है, तो यह पूरे चुनावी तंत्र की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब कई राजनीतिक दल और संगठन चुनावी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।