यूक्रेन के राष्ट्रपति का भारत पर अमेरिकी टैरिफ का समर्थन

जेलेंस्की का बयान
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की: उन्होंने भारत जैसे देशों पर अमेरिकी टैरिफ लगाने के निर्णय का समर्थन किया है। उनका कहना है कि जो देश रूस के साथ व्यापार जारी रखते हैं, उन पर आर्थिक दबाव डालना उचित है। यह बयान उस समय आया है जब अमेरिका रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को और सख्त करने की योजना बना रहा है।
रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों का प्रभाव
एक मीडिया इंटरव्यू में जेलेंस्की से पूछा गया कि क्या रूस पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंध उलटे पड़ रहे हैं, खासकर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर टैरिफ लगाना एक सही कदम है।'
#BREAKING: Ukraine President Zelenskyy backs US tariffs against India, says it’s the “right idea” to put tariffs on countries that continue to do deals with Russia. Interview with ABC News. pic.twitter.com/7Omwm3Jkae
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 8, 2025
नए प्रतिबंधों की तैयारी
रूस पर नए प्रतिबंधों की घोषणा
यह बयान उस समय आया है जब राष्ट्रपति ट्रंप की प्रशासनिक टीम रूस पर नए प्रतिबंधों की घोषणा करने की तैयारी कर रही है। ट्रंप ने पिछले महीने पुतिन से अलास्का में मुलाकात की थी, लेकिन यह बैठक किसी महत्वपूर्ण परिणाम तक नहीं पहुंची। अमेरिकी राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक केविन हैसेट ने कहा कि जो देश रूस को यूक्रेन युद्ध में सहायता कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भारत का उदाहरण देते हुए कहा कि रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर आर्थिक कदम उठाए जा सकते हैं।
भारत की शांति प्रयास
शांति समाधान के पक्ष में भारत
इस बीच, भारत ने हाल के दिनों में यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी कोशिशें बढ़ा दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने जेलेंस्की से दो बार बातचीत की। मोदी ने कहा कि भारत हमेशा युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है और इस दिशा में हर संभव योगदान देने के लिए तैयार है। इसके अलावा, मोदी ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, यूरोपीय परिषद के प्रमुख एंटोनियो कोस्टा और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी चर्चा की। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबीहा से भी बात की और कहा कि भारत स्थायी शांति समाधान के पक्ष में है।