यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने रूस पर गंभीर आरोप लगाए, ट्रंप-पुतिन की बैठक से पहले बढ़ी चिंता

यूक्रेन के राष्ट्रपति का बयान
Kyiv: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली शिखर बैठक से पहले, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन पर लगातार हमले कर रही है और निर्दोष नागरिकों की हत्या कर रही है, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति बहाल करने की चर्चाएं चल रही हैं। एक वीडियो संदेश में ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि रूस ने फरवरी 2022 से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए कोई संकेत नहीं दिया है। उन्होंने बताया कि मॉस्को ने ज़ापोरिज्जिया, खेरसॉन और डोनेट्स्क जैसे क्षेत्रों में कई घातक हमले किए हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है.
हिंसा जारी है वार्ता के दिन
वार्ता के दिन भी जारी है हिंसा
ज़ेलेंस्की ने कहा कि वार्ता के दिन भी रूसी सेना हत्याएं कर रही है, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। हाल ही में, उन्होंने अमेरिका और यूरोपीय देशों के साथ इस बात पर चर्चा की है कि युद्ध का न्यायोचित अंत कैसे संभव हो सकता है। सभी को युद्ध का अंत चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए पूरी तरह तैयार है और अमेरिका से मजबूत समर्थन की उम्मीद करता है, क्योंकि रूस अमेरिकी शक्ति को गंभीरता से लेता है.
रूस को युद्ध समाप्त करने की आवश्यकता
रूस को युद्ध समाप्त करना होगा
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दोहराया कि उनका देश अपने यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगा और आगामी चर्चाओं की तैयारी कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस को उस युद्ध को समाप्त करना होगा जिसे उसने शुरू किया था और जो वर्षों से चल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने 'स्थायी शांति' और सुरक्षा की गारंटी की मांग की, यह कहते हुए कि सभी को मुख्य उद्देश्यों की जानकारी होनी चाहिए। ज़ेलेंस्की ने कहा कि हत्याएं रुकनी चाहिए और नेताओं की एक बैठक आवश्यक है। कम से कम यूक्रेन, अमेरिका और रूस के बीच प्रभावी निर्णय संभव हैं.
ट्रंप और पुतिन की बैठक
अलास्का में ट्रंप-पुतिन की मीटिंग
इस बीच, शुक्रवार को अलास्का के एंकरेज में ट्रंप और पुतिन की बहुप्रतीक्षित बैठक शुरू हुई। दोनों नेता एक-दूसरे से हाथ मिलाते हुए नजर आए। इस शिखर सम्मेलन में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं.