यूक्रेन शांति वार्ता पर ट्रंप का कड़ा रुख, ज़ेलेंस्की को मिली चुनौती
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन की शांति पहल पर एक सख्त रुख अपनाया है, यह कहते हुए कि राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के पास वाशिंगटन के समर्थन के बिना कोई प्रभाव नहीं है। ट्रंप ने कहा कि जब तक वह प्रस्तावों को मंजूरी नहीं देते, तब तक ज़ेलेंस्की के पास कुछ भी नहीं है। ज़ेलेंस्की की नई 20 सूत्री शांति योजना पर चर्चा के लिए ट्रंप से मिलने की उम्मीद है। इस बीच, ट्रंप ने वार्ता को सकारात्मक मानते हुए कहा कि वह पुतिन के साथ भी बातचीत की उम्मीद करते हैं।
| Dec 27, 2025, 12:49 IST
ट्रंप का यूक्रेन के प्रति सख्त रुख
अगले सप्ताहांत होने वाली बैठक से पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन की शांति पहल पर स्पष्ट रूप से अपनी स्थिति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के पास वाशिंगटन के समर्थन के बिना कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं है। पॉलिटिको को दिए गए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने स्पष्ट किया कि जब तक वह इसे मंजूरी नहीं देते, तब तक ज़ेलेंस्की के पास कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, "हम देखेंगे कि उनके पास क्या है।" फिर भी, ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि वार्ता सकारात्मक परिणाम दे सकती है। ज़ेलेंस्की की ट्रंप से मिलने की योजना है, जहां वह एक नई 20 सूत्री शांति योजना पेश करने की उम्मीद कर रहे हैं। इस योजना में विसैन्यीकृत क्षेत्र के प्रस्ताव शामिल हैं और वार्ता में यूक्रेन के लिए अमेरिकी सुरक्षा गारंटी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
ट्रंप की वार्ता में रुचि
हालांकि, ट्रंप ने कीव के नवीनतम प्रस्ताव का समर्थन करने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई। उन्होंने एक रचनात्मक बैठक की संभावना जताते हुए कहा कि ज़ेलेंस्की के प्रस्तावों को विस्तार से देखे बिना वे उनसे पूरी तरह सहमत नहीं हैं। ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि उनके साथ बातचीत अच्छी रहेगी।" इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह व्लादिमीर पुतिन के साथ भी बातचीत की उम्मीद करते हैं। ट्रंप की यह टिप्पणी ज़ेलेंस्की के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि संघर्ष को लेकर राजनयिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
ज़ेलेंस्की की शांति योजना
ज़ेलेंस्की ने हाल ही में कहा था कि उनकी शांति योजना 90% तैयार है और वे अमेरिका के साथ सुरक्षा गारंटियों पर अंतिम सहमति चाहते हैं। ट्रंप के ताजा बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका केवल एक 'सहयोगी' नहीं बल्कि 'निर्णायक' की भूमिका में है। ट्रंप ने कहा, "ज़ेलेंस्की के पास तब तक कुछ भी नहीं है, जब तक मैं उसे मंजूर नहीं करता। हम देखेंगे कि उनके पास क्या प्रस्ताव है।"
