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योगराज सिंह ने शुभमन गिल की पारी की सराहना की, युवराज को बताया प्रेरक

पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने एजबेस्टन में शुभमन गिल की 269 रन की पारी की सराहना की और कहा कि गिल को तिहरा शतक बनाना चाहिए था। उन्होंने युवराज सिंह के योगदान को भी उजागर किया, जो गिल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। योगराज ने भारतीय टीम की जीत के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। जानें उनके विचार और भविष्य की संभावनाएं इस लेख में।
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योगराज सिंह ने शुभमन गिल की पारी की सराहना की, युवराज को बताया प्रेरक

योगराज सिंह की शुभमन गिल पर टिप्पणी

चंडीगढ़ - पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने एजबेस्टन में शुभमन गिल द्वारा खेली गई 269 रन की पारी की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि गिल को तिहरा शतक बनाना चाहिए था। एक समाचार चैनल से बातचीत में योगराज ने कहा, “बल्लेबाजों की रन बनाने की भूख कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। मैं कभी ज्यादा उत्साहित नहीं होता, लेकिन बल्लेबाजों का काम है रन बनाना। आपने 200 बनाए हैं, तो 300 बनाइए। शुभमन ने शानदार खेल दिखाया।”


योगराज ने यह भी कहा कि गिल के पीछे महान युवराज सिंह का योगदान है। उन्होंने कहा, “यह मैं इसलिए नहीं कह रहा कि युवराज मेरा बेटा है, बल्कि वह सबका है।” उन्होंने भविष्यवाणी की कि युवराज द्वारा प्रशिक्षित अन्य खिलाड़ी भी शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा की तरह भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाएंगे। शुभमन पिछले सात वर्षों से युवराज के मार्गदर्शन में हैं, और उनकी बल्लेबाजी में लगातार सुधार हो रहा है।”


गिल ने एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में 269 रन बनाए, जिससे भारत ने 587 का स्कोर बनाया। हालांकि, वह तिहरा शतक पूरा नहीं कर सके। योगराज ने सुझाव दिया कि भारत को दूसरी पारी में लगभग 250 रन बनाकर इंग्लैंड को 450 के आस-पास का लक्ष्य देना चाहिए और उन्हें ऑल आउट कर मैच जीतना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीत के लिए हमें सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा।


योगराज ने कहा कि गेंदबाज मैच जीताते हैं और फील्डर्स की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है। हमें ऐसे फील्डर्स की आवश्यकता है जो मुश्किल कैच पकड़ सकें, क्योंकि जब आप अविश्वसनीय कैच पकड़ते हैं, तो जीतने का अवसर बढ़ जाता है। पहले टेस्ट में भारतीय टीम ने कई कैच छोड़े थे, जिसका परिणाम हार के रूप में सामने आया। हार के बाद की आलोचनाओं पर योगराज ने कहा कि लोग केवल आलोचना करना जानते हैं, चाहे जीत हो या हार। हमें हर परिस्थिति में अपनी टीम का समर्थन करना चाहिए।”