राजनाथ सिंह का लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बयान: आतंकियों को दिया गया करारा जवाब

ऑपरेशन सिंदूर का ऐतिहासिक महत्व
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में जानकारी दी। उन्होंने भारतीय सेना की अद्वितीय वीरता और साहस की प्रशंसा की, यह बताते हुए कि 6-7 मई 2025 की रात को हमारी सेना ने एक ऐतिहासिक ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
राजनाथ सिंह ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को अमानवीयता की चरम सीमा बताते हुए कहा कि हमलावरों ने लोगों की पहचान उनके धर्म के आधार पर की और उन्हें निशाना बनाया।
उन्होंने बताया कि हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की और निर्णायक कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी। इसके परिणामस्वरूप हमारी सेना ने आतंकियों को उनके ठिकानों में घुसकर मार गिराया।
राजनाथ सिंह ने कहा, “सेना ने हमारे देश की माताओं और बहनों के सिंदूर का बदला लिया है। यह सिंदूर अब केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि शौर्य की गाथा बन चुका है।”
उन्होंने ऑपरेशन की जानकारी देते हुए कहा, “मैं बहुत सावधानी से कह रहा हूं, इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी और उनके हैंडलर मारे गए हैं। वास्तविक आंकड़ा इससे कहीं अधिक हो सकता है, लेकिन हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी संख्या गलत न बताई जाए।”
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले के जवाब में भारतीय सेना की कार्रवाई की तुलना रामायण की चौपाई से करते हुए कहा, “जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे…” यानी हमने केवल जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया, लेकिन भारत ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया।
उन्होंने बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई पूरी तरह संतुलित और आत्मरक्षा के तहत की गई। पाकिस्तान ने 7 से 10 मई के बीच मिसाइल और लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल किया, लेकिन हमारी रक्षा प्रणाली ने हर हमले को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान एक भी लक्ष्य को हिट करने में सफल नहीं हो पाया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने दुश्मन के हर मंसूबे को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान की आक्रामकता के जवाब में भारत की कार्रवाई न केवल साहसिक थी बल्कि निर्णायक भी थी। हमारे सैनिकों ने इस मिशन को पूरी सफलता के साथ अंजाम दिया और राष्ट्र की सुरक्षा को सुनिश्चित किया।