राजस्थान में स्कूल की छत गिरने से बच्चों की मौत: परिवारों का शोक और सरकार की कार्रवाई

भयानक हादसा: बच्चों की जान गई
राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में शुक्रवार, 25 जुलाई को एक दुखद घटना हुई, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया। एक सरकारी स्कूल की छत गिरने से सात निर्दोष बच्चों की जान चली गई, जिनमें एक महिला के दोनों बच्चे—एक बेटा और एक बेटी—भी शामिल थे। कुछ दिन पहले जिस आंगन में बच्चों की हंसी गूंजती थी, वहां अब मातम का साया है।
मां का दर्द: सब कुछ लुट गया
अपने दोनों बच्चों को खोने के गम में डूबी मां का दर्द बयां करना मुश्किल है। उन्होंने आंसू भरी आंखों से कहा, “मेरा सबकुछ चला गया। मेरे आंगन में अब सन्नाटा है। बेटा और बेटी—दोनों थे, दोनों चले गए। काश भगवान मुझे उठा लेता और मेरे बच्चों को बचा लेता।”
परिजनों का विलाप: शवों से लिपटकर रोते लोग
शनिवार की सुबह जब सातों बच्चों के शव परिजनों को सौंपे गए, तो एसआरजी अस्पताल के शवगृह के बाहर का दृश्य हृदयविदारक था। कई महिलाएं बच्चों के शवों से लिपटकर रो रही थीं, जबकि कुछ लोग स्तब्ध होकर चुपचाप बैठे थे। गांव का माहौल पूरी तरह से शोकमय हो गया।
एक ही चिता पर जलाए गए पांच बच्चे
हादसे में मारे गए पांच बच्चों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया, जो एक भयावह दृश्य था। यह देखकर हर आंख नम हो गई। बाकी दो बच्चों की अंत्येष्टि अलग-अलग की गई। इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया है।
शिक्षकों की लापरवाही पर सवाल
मृतक बच्चों के परिवारजनों ने स्कूल प्रशासन और शिक्षकों की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं। एक मां ने कहा, “मास्टर लोग खुद तो बाहर निकल गए, लेकिन बच्चों को भीतर अकेला छोड़ दिया। आखिर वे बाहर क्या कर रहे थे?” यह सवाल सरकारी विद्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर संकेत देता है।
छह साल का बच्चा भी हादसे का शिकार
इस दर्दनाक हादसे में सबसे छोटा बच्चा महज छह साल का था। मृत बच्चों की पहचान पायल (12), हरीश (8), प्रियंका (12), कुंदन (12), कार्तिक, और भाई-बहन मीना (12) व कान्हा (6) के रूप में की गई है। एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत ने पूरे गांव को अंदर से हिला दिया।
सरकार ने मुआवजे की घोषणा की
सरकारी स्कूल की इस लापरवाही के चलते पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही, उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री ने पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।