राम कदम ने उद्धव ठाकरे के बयानों पर किया पलटवार, कहा डॉक्टर की जरूरत है

उद्धव ठाकरे के बयानों पर भाजपा नेता का प्रतिक्रिया
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा शिवसेना स्थापना दिवस पर दिए गए 'पनौती' वाले बयान पर भाजपा नेता राम कदम ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ठाकरे की निराशा उनके बयानों में स्पष्ट रूप से झलकती है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में विकास हो रहा है और सड़कें बन रही हैं, लेकिन ठाकरे को यह सब नजर नहीं आ रहा है।
राम कदम ने कहा, "क्या उनकी आंखों में मिर्ची लग गई है? उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उद्धव ठाकरे को अच्छे डॉक्टर और अस्पताल की आवश्यकता है।" उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में यह बातें कहीं।
उन्होंने आगे कहा, "ठाकरे की स्थिति यह है कि उनके करीबी भी उन्हें छोड़कर जा चुके हैं। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का नाम सुनते ही उन्हें पीलिया हो जाता है। पिछले 11 वर्षों में भ्रष्टाचार का कोई मामला सामने नहीं आया है, जबकि कांग्रेस के समय में घोटाले आम थे। अगर बाला साहेब आज होते, तो वे पीएम मोदी और अमित शाह की सराहना करते।"
उद्धव ठाकरे ने स्थापना दिवस पर पीएम मोदी और अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा था कि उनकी सरकार के आने के बाद से 'पनौती' लग गई है।
जब ठाकरे ने ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाए, तो राम कदम ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाना उन लोगों का अपमान है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, साथ ही उन बहादुर सैनिकों का भी अपमान है जो हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं। इस तरह के संदेह हमारे सशस्त्र बलों का अपमान है। उद्धव ठाकरे अब पहले जैसे नहीं रहे, वे अब उद्धव गांधी बन गए हैं। इसलिए गांधी परिवार की भाषा बोलना उनकी मजबूरी बन गई है।"
उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे के साथ उनके साथी जा रहे हैं और ठाकरे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लगती। उन्हें अच्छे डॉक्टर और अस्पताल की आवश्यकता है।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने ठाकरे ब्रांड की अहमियत पर जोर देते हुए कहा था कि अगर वे नहीं बचे तो भाजपा भी नहीं बचेगी। इस पर राम कदम ने कहा, "हम अब उद्धव ठाकरे के बयानों को गंभीरता से नहीं लेते, क्योंकि वे अब गंभीर नेता नहीं रहे। उनके अपने भाई और भाभी भी उन्हें स्वीकार नहीं करते।"
राज ठाकरे के साथ बढ़ती नजदीकियों पर कदम ने कहा, "लोग नहीं भूले हैं कि उन्होंने राज ठाकरे के साथ कैसे व्यवहार किया था। उद्धव ठाकरे अकेले चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए अब राज ठाकरे की याद आ रही है।"
मराठी भाषा पर उद्धव ठाकरे के बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि वे लोगों को मूर्ख समझते हैं। महाराष्ट्र की पहली भाषा मराठी है और यह हमेशा रहेगी।