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राम जन्मभूमि मंदिर में ध्वजारोहण: प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक बयान

राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर मंगलवार को धर्मध्वजा फहराई गई, जिससे मंदिर का कार्य पूर्ण हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर गुलामी की मानसिकता से मुक्ति का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सदियों के घाव अब भर रहे हैं और भारतीय सभ्यता का पुनर्जागरण हो रहा है। मोदी ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और एक भव्य रोड शो भी किया। इस ऐतिहासिक घटना के पीछे का महत्व जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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राम जन्मभूमि मंदिर में ध्वजारोहण: प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक बयान

धर्मध्वजा का फहराना

अयोध्या। मंगलवार को राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराई गई, जिससे मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया। पिछले वर्ष जनवरी में मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भव्य समारोह में इसका उद्घाटन किया था। 673 दिनों के बाद, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया। सुबह 11:50 बजे अभिजीत मुहूर्त में बटन दबाते ही केसरिया ध्वजा 161 फीट ऊंचे शिखर पर लहराने लगी।


प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज सदियों के घाव भर गए हैं। हम देश को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करेंगे। यह मानसिकता इतनी गहरी हो गई थी कि वर्षों तक भगवान राम को काल्पनिक बताया गया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘1835 में लॉर्ड मैकाले ने मानसिक गुलामी की नींव रखी थी। 2035 में उस अपवित्र घटना को दो सौ साल पूरे हो रहे हैं। हमें अगले 10 वर्षों में भारत को इस मानसिकता से मुक्त करना है।’ मोदी ने कहा, ‘मैकाले के विचारों का प्रभाव व्यापक हुआ। हमें यह विकार हो गया कि विदेशी चीजें बेहतर हैं, जबकि हमारी चीजों में कमी है। हर जगह गुलामी की मानसिकता ने घर बना लिया है।’


ध्वजारोहण का महत्व

मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के बारे में मोदी ने कहा, ‘सदियों के घाव भर रहे हैं, और सदियों की वेदना अब समाप्त हो रही है। सदियों से आस्था में कोई कमी नहीं आई, और विश्वास एक पल के लिए भी नहीं टूटा। धर्म ध्वजा केवल एक ध्वजा नहीं है, बल्कि भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का प्रतीक है।’ इसके पहले, मोदी ने मोहन भागवत के साथ मंदिर की पहली मंजिल पर बने राम दरबार में पूजा और आरती की। इसके बाद रामलला के दर्शन किए। प्रधानमंत्री ने साकेत कॉलेज से राम जन्मभूमि तक लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा रोड शो भी किया।