राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर हमला: क्या हो रही है वोट चोरी?

राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर आरोप
राहुल गांधी: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग (EC) पर तीखा हमला किया। बेंगलुरु में आयोजित 'वोट अधिकार रैली' में उन्होंने कहा कि आयोग ने हाल ही में उनके आरोपों का जवाब देने के लिए उनसे शपथपत्र दाखिल करने को कहा है, जबकि वे पहले ही संसद में संविधान को हाथ में लेकर शपथ ले चुके हैं। राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि हालिया लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर 'वोट चोरी' हुई है और चुनाव आयोग, बीजेपी के साथ मिलकर नतीजों में हेरफेर कर रहा है।
राहुल गांधी के पांच सवाल चुनाव आयोग से
राहुल गांधी ने अपने भाषण में चुनाव आयोग से पांच महत्वपूर्ण सवाल पूछे:
- आप भारतीय जनता को वोटर लिस्ट डिजिटल मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में क्यों नहीं दे रहे?
- आप वीडियो सबूत क्यों नष्ट कर रहे हैं?
- चुनाव आयोग मतदाता सूची में इतना बड़ा फर्जीवाड़ा क्यों कर रहा है?
- विपक्ष के सवालों का जवाब देने के बजाय उन्हें धमकी क्यों दे रहा है?
- चुनाव आयोग बीजेपी का एजेंट जैसा व्यवहार क्यों कर रहा है?
कर्नाटक सरकार से जांच की मांग
कांग्रेस नेता ने कर्नाटक सरकार से 'चुनाव चोरी' के अपराध की जांच करने और उचित कार्रवाई करने की मांग की। राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी 25 लोकसभा सीटों के अंतर से प्रधानमंत्री बने हैं। यदि हमें पूरे देश का इलेक्ट्रॉनिक वोटर डेटा मिल जाए, तो हम साबित कर देंगे कि भारत के प्रधानमंत्री चोरी से पद पर बैठे हैं।
महाराष्ट्र चुनाव पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में उनकी गठबंधन सरकार ने महाराष्ट्र में जीत हासिल की, लेकिन चार महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत चौंकाने वाली थी। जांच में पता चला कि विधानसभा चुनाव में 1 करोड़ नए वोट पड़े, जो लोकसभा में नहीं पड़े थे। उन्होंने कहा कि ये नए वोट बीजेपी को मिले। जहां भी ऐसे नए वोट पड़े, वहां बीजेपी जीती। हमारे वोट घटे नहीं, लेकिन नए वोट बीजेपी की तरफ गए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी को इन तथ्यों को सामने लाने में छह महीने लगे, क्योंकि उन्हें कागजों के ढेर में से डेटा खंगालना पड़ा। राहुल गांधी ने इसे एक अपराध का सबूत बताया और जोर देकर कहा कि यह मामला लोकतंत्र की जड़ें हिला देने वाला है.