राहुल गांधी का विवादित बयान: क्या अरुण जेटली ने उन्हें धमकाया था?

कांग्रेस सांसद का बयान
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में एक बयान देकर भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। शनिवार को आयोजित कांग्रेस के वार्षिक लीगल कॉन्क्लेव में उन्होंने दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली के बारे में एक ऐसा दावा किया, जिसने राजनीतिक गलियारों में हंगामा खड़ा कर दिया। राहुल ने कहा कि जब वह कृषि कानूनों के खिलाफ थे, तब जेटली ने उन्हें धमकी दी थी। उन्होंने यह भी कहा कि जेटली अब हमारे बीच नहीं हैं, फिर भी वह यह बात सार्वजनिक रूप से कहने का साहस कर रहे हैं।
भाजपा की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और इसे 'फेक न्यूज़' करार दिया। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह दावा पूरी तरह से गलत है, क्योंकि अरुण जेटली का निधन 24 अगस्त 2019 को हुआ था, जबकि कृषि कानूनों का मसौदा पहली बार 3 जून 2020 को कैबिनेट में पेश किया गया था। ऐसे में जेटली का राहुल से मिलने और उन्हें धमकाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
रोहन जेटली की भावनात्मक प्रतिक्रिया
अरुण जेटली के बेटे और डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली ने भी राहुल गांधी की टिप्पणी पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उनके पिता एक लोकतांत्रिक व्यक्ति थे और कभी भी किसी को विचारधारा के विरोध के लिए धमकी नहीं देते थे। रोहन ने राहुल से अपील की कि वे दिवंगत लोगों का नाम लेने से पहले संवेदनशीलता दिखाएं। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि राहुल गांधी ने पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के अंतिम दिनों में भी राजनीति की थी, जो निंदनीय है।
अनुराग ठाकुर का तीखा हमला
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने भी राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल की राजनीति अब झूठ पर आधारित हो गई है और वह हर साल एक नया झूठ गढ़ते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब जेटली 2019 में ही इस दुनिया से चले गए, तो राहुल उनसे 2020 में कैसे मिल सकते हैं? अनुराग ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को जेटली परिवार से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।