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राहुल गांधी का संगठन सृजन अभियान: हरियाणा में चुनौतियों का सामना

राहुल गांधी का संगठन सृजन अभियान विभिन्न राज्यों में आंतरिक खींचतान के कारण चुनौतियों का सामना कर रहा है। गुजरात में नई टीम की घोषणा में देरी हो रही है, जबकि मध्यप्रदेश और हरियाणा में पार्टी की स्थिति भी कमजोर बनी हुई है। जानें कैसे राहुल गांधी इन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और पार्टी को पुनर्गठित करने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं।
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राहुल गांधी का संगठन सृजन अभियान: हरियाणा में चुनौतियों का सामना

गुजरात में संगठन की घोषणा में देरी


कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के लिए राज्य संगठनों का पुनर्गठन एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस कारण गुजरात में नई टीम की घोषणा में देरी हो रही है। पार्टी को 30 मई तक नई टीम की घोषणा करनी थी, लेकिन अब तक यह संभव नहीं हो पाया है। राहुल गांधी ने गुजरात में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की थी और अब वह मध्यप्रदेश और हरियाणा का दौरा कर रहे हैं।


मध्यप्रदेश में संगठन की स्थिति

मध्यप्रदेश में राहुल गांधी ने संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल के साथ राज्य के नेताओं से चर्चा की। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे। मध्यप्रदेश वह राज्य है जहां बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार को गिराने में सफलता पाई थी। राहुल गांधी ने पार्टी में मौजूद बीजेपी के एजेंटों को बाहर निकालने की बात की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।


गुजरात में संगठन को मजबूत करने का प्रयास

राहुल गांधी ने महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में हार के बाद गुजरात से पार्टी को संगठित करने का प्रयास किया है। उन्होंने एक दिन का अधिवेशन आयोजित किया और संगठन को मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। हालांकि, जिलाध्यक्षों के चयन में आंतरिक झगड़ों के कारण देरी हो रही है।


हरियाणा में चुनौतियों का सामना

हरियाणा में कांग्रेस को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश प्रभारी हरिप्रसाद ने दावा किया है कि इस माह में जिलाध्यक्षों का चयन कर लिया जाएगा। हरियाणा एक ऐसा राज्य है जहां संगठन की स्थिति वर्षों से कमजोर है। राहुल गांधी की असली परीक्षा अब हरियाणा में होगी।


राहुल का चंडीगढ़ दौरा

राहुल गांधी बुधवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के नेताओं से मिलेंगे। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी वी के हरिप्रसाद और अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे। इन पर्यवेक्षकों को जिलाध्यक्षों के चयन की जिम्मेदारी दी गई है।