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राहुल गांधी का हरियाणा दौरा: संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम

राहुल गांधी ने हरियाणा में कांग्रेस संगठन को सशक्त बनाने के लिए चंडीगढ़ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और गुटबाजी को समाप्त करने पर चर्चा की। उनका यह प्रयास पार्टी को आगामी चुनावों में मजबूत स्थिति में लाने की दिशा में महत्वपूर्ण हो सकता है। हालांकि, दौरे से पहले कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तनाव भी देखने को मिला। जानें इस दौरे की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक महत्व के बारे में।
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राहुल गांधी का हरियाणा दौरा: संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम

राहुल गांधी का चंडीगढ़ दौरा

राहुल गांधी हरियाणा में संगठन को सशक्त बनाने के लिए पहुंचे, कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तनाव: कांग्रेस के प्रमुख नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 4 जून 2025 को चंडीगढ़ में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय का दौरा किया।


इस दौरान उन्होंने 'संगठन सृजन कार्यक्रम' के तहत पार्टी के 17 वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें संगठन को मजबूत करने और गुटबाजी को समाप्त करने पर गहन चर्चा की गई।


राहुल गांधी का यह दौरा हरियाणा में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि पार्टी पिछले 11 वर्षों से राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने में असफल रही है।


2024 के विधानसभा चुनाव में गुटबाजी के कारण कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। इस बार राहुल गांधी ने नेताओं को एकजुट करने और संगठन को नई ऊर्जा देने का संकल्प लिया है।


राहुल ने हरियाणा के 22 जिलों में नियुक्त पर्यवेक्षकों से भी मुलाकात की और उनके फीडबैक के आधार पर संगठन विस्तार की रणनीति पर चर्चा की। यह कदम पार्टी कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरने और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।


हालांकि, राहुल के दौरे से पहले चंडीगढ़ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर धक्का-मुक्की का आरोप लगाया, जिससे माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गया। इस घटना ने स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा और सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गई।


हरियाणा में कांग्रेस की कमजोर स्थिति का मुख्य कारण वरिष्ठ नेताओं के बीच आपसी मतभेद और गुटबाजी रही है। राहुल गांधी का यह दौरा न केवल संगठन को एकजुट करने की कोशिश है, बल्कि कार्यकर्ताओं में विश्वास जगाने का भी प्रयास है।


उनकी यह पहल पार्टी को आगामी चुनावों में मजबूत स्थिति में लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। राहुल गांधी ने नेताओं को संदेश दिया कि एकजुटता और मेहनत से ही कांग्रेस हरियाणा में अपनी खोई हुई जमीन वापस पा सकती है।