Newzfatafatlogo

राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग का स्पष्टीकरण

राहुल गांधी ने 18 सितंबर को एक प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि पिछले लोकसभा चुनाव में आलंद सीट से 6018 वोट डिलीट किए गए थे। चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गलत और निराधार बताते हुए स्पष्टीकरण दिया है। आयोग ने कहा कि किसी भी वोट को बिना सुनवाई के नहीं हटाया जा सकता। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है और चुनाव आयोग ने किस प्रकार की कार्रवाई की है।
 | 
राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग का स्पष्टीकरण

राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस

18 सितंबर को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में वोटों के डिलीट होने का मुद्दा उठाया। इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। प्रेस कांफ्रेंस समाप्त होते ही चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों का खंडन किया। आयोग ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप गलत और निराधार हैं। किसी भी वोट को ऑनलाइन हटाना संभव नहीं है, जैसा कि राहुल गांधी ने बताया है। प्रभावित व्यक्ति को सुनवाई का अवसर दिए बिना कोई भी वोट नहीं हटाया जा सकता।


आलंद सीट पर आयोग का स्पष्टीकरण

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक की आलंद सीट से 6018 वोट डिलीट किए गए थे। इस पर चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि 2023 में आलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं को हटाने के कुछ असफल प्रयास हुए थे, जिसके लिए आयोग ने स्वयं एक एफआईआर दर्ज की थी। रिकॉर्ड के अनुसार, आलंद विधानसभा क्षेत्र में 2018 में सुभाध गुट्टेदार (भाजपा) और 2023 में बीआर पाटिल (कांग्रेस) ने जीत हासिल की थी।


वोट कटने की प्रक्रिया

आयोग ने यह भी बताया कि किसी भी वोट को ऑनलाइन नहीं हटाया जा सकता है, जैसा कि राहुल गांधी ने गलत धारणा बनाई है। यदि किसी व्यक्ति का वोट कटता है, तो उसे अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बिना कोई भी वोट नहीं कटता है।