Newzfatafatlogo

राहुल गांधी के जर्मनी दौरे पर विवाद: भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के जर्मनी दौरे के दौरान दिए गए बयानों ने भारतीय राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने भाजपा पर लोकतांत्रिक संस्थाओं पर नियंत्रण का आरोप लगाया और चुनावों में धांधली की बात की। भाजपा ने उनकी टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें केंद्रीय मंत्री और प्रवक्ता ने उनके बयानों को देश विरोधी बताया। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और दोनों पक्षों की प्रतिक्रियाएँ।
 | 
राहुल गांधी के जर्मनी दौरे पर विवाद: भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली में नया विवाद


नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के जर्मनी यात्रा के दौरान दिए गए बयान ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। बर्लिन में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत की संस्थागत व्यवस्था पर गंभीर हमले हो रहे हैं। इस पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।


राहुल गांधी के आरोप

राहुल गांधी ने जर्मनी में वोट चोरी के आरोपों को फिर से उठाया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में डुप्लीकेट वोटरों की उपस्थिति एक गंभीर चिंता का विषय है। उनका दावा है कि कांग्रेस ने 2024 में हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीते थे, लेकिन ये चुनाव निष्पक्ष नहीं थे।


भाजपा पर आरोप

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोकतांत्रिक संस्थाओं पर नियंत्रण स्थापित कर रही है। राहुल गांधी ने कहा कि जांच एजेंसियों का राजनीतिक हथियार के रूप में उपयोग किया जा रहा है। उनका कहना है कि ईडी और सीबीआई के अधिकांश मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई कारोबारी कांग्रेस का समर्थन करता है, तो उसे धमकाया जाता है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा संस्थानों का उपयोग अपनी राजनीतिक शक्ति को बढ़ाने के लिए कर रही है।


भाजपा की प्रतिक्रिया

भाजपा ने राहुल गांधी के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि राहुल गांधी देश के खिलाफ बोल रहे हैं और उनका व्यवहार बचकाना है।


भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सवाल उठाया कि क्या कोई व्यक्ति जो भारत से प्रेम करता है, देश की विफलता की कामना कर सकता है। उन्होंने राहुल गांधी पर सोशल मीडिया पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया।


भारत की विविधता पर राहुल गांधी का बयान

राहुल गांधी ने कहा कि भारत एक विविध देश है और इसे एक व्यक्ति की इच्छा से नहीं चलाया जा सकता। उनके अनुसार, भारत राज्यों और लोगों के बीच संवाद से आगे बढ़ेगा। वह इस समय जर्मनी में पांच दिन के दौरे पर हैं।