राहुल गांधी के बयान पर चुनाव आयोग की कड़ी प्रतिक्रिया

राहुल गांधी और चुनाव आयोग का विवाद
राहुल गांधी बनाम चुनाव आयोग: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को चुनाव आयोग के खिलाफ दिए गए एक बयान के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आयोग ने उन पर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है, यह कहते हुए कि राहुल गांधी बार-बार लोगों को डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे हैं। आयोग ने राहुल के पिछले चुनावों से संबंधित बयानों की सच्चाई को उजागर किया है।
राहुल गांधी ने मतदाता पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को वोट चोरी से जोड़ते हुए कहा था कि इसमें चुनाव आयोग भी शामिल है। उन्होंने इस संबंध में सबूत होने का भी दावा किया था।
क्या है पूरा मामला?
राहुल गांधी ने SIR को वोट चोरी की प्रक्रिया बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग इसमें संलिप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास इस बात के 100% सबूत हैं। राहुल ने यह आरोप लगाया कि चुनाव आयोग जांच में सहयोग नहीं कर रहा है और उन्होंने 6 महीने की मेहनत से एक जांच की है। उनके अनुसार, इस जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे बेहद गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी क्योंकि वे देश के खिलाफ काम कर रहे हैं।
कांग्रेस ने चुनाव परिणामों के खिलाफ याचिका दायर नहीं की
चुनाव आयोग ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के खिलाफ 10 याचिकाएं आई थीं, लेकिन कांग्रेस के किसी भी उम्मीदवार ने कोई आपत्ति नहीं की। आयोग ने कहा कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 80 के तहत चुनाव परिणामों को चुनौती देने का अधिकार है।
कांग्रेस को दी गई अंतिम सूची, फिर भी आपत्ति नहीं
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्वाचक नामावली का प्रारूप और अंतिम सूची सभी राजनीतिक दलों के साथ-साथ कांग्रेस को भी प्रदान की गई थी, लेकिन कांग्रेस ने इसके खिलाफ कोई आपत्ति नहीं उठाई।