राहुल गांधी ने कहा, मैं राजा नहीं बनना चाहता, चुनाव प्रणाली पर उठाए सवाल

एनुअल लीगल कॉन्क्लेव में राहुल गांधी का बयान
नई दिल्ली। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने हाल ही में 'एनुअल लीगल कॉन्क्लेव' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिससे उपस्थित लोगों ने तालियां बजाने से खुद को नहीं रोक पाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि, 'मैं राजा नहीं हूं और न ही मैं राजा बनना चाहता हूं। मैं इस अवधारणा के खिलाफ हूं।'
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि एक राजनेता के रूप में, उनका मुख्य कार्य अन्य राजनेताओं से मिलना होता है। उन्होंने बताया कि जब आप किसी राजनेता से मिलते हैं, तो वह अक्सर मामूली मुद्दों पर चर्चा करता है, लेकिन डॉ. सिंघवी जैसे लोग तुरंत मुद्दे पर आते हैं।
उन्होंने चुनाव प्रणाली पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि 2014 से उन्हें इस प्रणाली पर संदेह है। उन्होंने महाराष्ट्र में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अब उनके पास सबूत हैं, जो दिखाते हैं कि चुनाव आयोग सही तरीके से कार्य नहीं कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों पर स्कैन और कॉपी प्रोटेक्शन क्यों लागू किया गया है, यह एक बड़ा सवाल है।
राहुल ने कहा कि उनकी बहन ने उन्हें आग से खेलने के बारे में चेताया था, और उन्होंने स्वीकार किया कि वह जानते हैं कि वह आग से खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कायरों से डरना सबसे कायरतापूर्ण काम है और वर्तमान सत्तारूढ़ विचारधारा भी इसी पर आधारित है।