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राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को दी चुनौती, वोट चोरी के आरोपों के साथ पेश किए सबूत

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई सबूत पेश किए, जिसमें कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित चुनाव धांधली का जिक्र किया गया। राहुल ने कहा कि चुनाव आयोग को यह साबित करना चाहिए कि वह भाजपा के साथ मिलीभगत में नहीं है। उन्होंने फर्जी मतदाता पते और नामों का उदाहरण देते हुए आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। क्या चुनाव आयोग इन आरोपों का जवाब दे पाएगा? जानें पूरी कहानी में।
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राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को दी चुनौती, वोट चोरी के आरोपों के साथ पेश किए सबूत

राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप

नई दिल्ली। कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को चुनाव आयोग को एक सीधी चुनौती दी है। उन्होंने आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि आयोग भाजपा के साथ मिलीभगत में नहीं है, तो उसे यह साबित करना चाहिए। कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित चुनाव धांधली का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि चुनाव आयोग बार-बार मांगने के बावजूद मतदाताओं का इलेक्ट्रॉनिक डेटा और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं करा रहा है, जिससे संदेह उत्पन्न होता है।

पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को एटम बम की संज्ञा दी थी। गुरुवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपने आरोपों के समर्थन में कई सबूत पेश किए। राहुल ने बताया कि कांग्रेस को सभी सबूत जुटाने में छह महीने से अधिक का समय लगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि कर्नाटक की वोटर लिस्ट में कई नाम और पते फर्जी पाए गए हैं। उन्होंने दस्तावेजों के माध्यम से दिखाया कि एक ही पते पर कई मतदाताओं के नाम दर्ज हैं और हजारों मतदाताओं का फर्जी पता भी है।

सबूत पेश करने के बाद राहुल ने पत्रकारों के सवालों का भी जवाब दिया। जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस इस मामले में न्यायालय का सहारा लेगी, तो उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य देश के युवाओं को इस मुद्दे के प्रति जागरूक करना है। राहुल ने कहा कि अब चुनाव आयोग के पास यह साबित करने की जिम्मेदारी है कि वह वोट चोरी में शामिल नहीं है।

राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि चुनाव आयोग ने अब भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग डेटा और सीसीटीवी फुटेज नहीं दिया, तो वे इस अपराध में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यदि वे शामिल नहीं हैं, तो उन्हें डेटा प्रदान करना चाहिए। हम महाराष्ट्र चुनाव से आंकड़े मांग रहे हैं। चुनाव आयोग को यह साबित करना होगा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे।

राहुल ने कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट का उदाहरण देते हुए कुछ नाम दिखाए। उन्होंने टीका कुमारी आचार्य नाम की महिला मतदाता का उदाहरण दिया, जिनका घर का नंबर जीरो है। उनकी EPIC संख्या SVF8280943 है। इसी तरह, टेक राज सपकोटा नाम के मतदाता का उदाहरण भी दिया, जिनका घर का नंबर भी जीरो है।

राहुल गांधी ने कहा कि तीन प्रकार की धांधलियां हैं: या तो घर का पता नहीं है, या फिर एड्रेस जीरो है, या फिर घर के पते को सत्यापित नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ऐसे 40,000 मतदाता हैं। उन्होंने एक घर में दर्जनों मतदाताओं के रहने का उदाहरण भी दिया, जिसमें 80 मतदाता एक ही घर में रह रहे थे।

राहुल ने कहा कि 4132 मतदाताओं की तस्वीरें स्पष्ट नहीं थीं या उनकी तस्वीरें बहुत छोटी थीं। उन्होंने बताया कि पहले बार वोट देने वाले मतदाताओं के नाम में भी गड़बड़ियां हुई हैं। 33692 मतदाता ऐसे हैं जिनके नाम पर फॉर्म-6 का गलत उपयोग किया गया है।