राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए, वोट चोरी का किया खुलासा

राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस
राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस: बिहार में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस के नेता और सांसद राहुल गांधी ने चुनाव से पहले बिहार में कई रैलियों का आयोजन किया। इन रैलियों में राजद नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। इस दौरान वोट चोरी और SIR के खिलाफ भी आवाज उठाई गई। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद आयोग ने खुद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर उनके सभी आरोपों का खंडन किया।
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर आरोप लगाया कि वे 'वोट चोरों' को संरक्षण दे रहे हैं। उनके अनुसार, मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ा जा रहा है और असली मतदाताओं को हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया संगठित तरीके से हो रही है, जिसमें विशेष रूप से विपक्ष को वोट देने वाले समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है।
कर्नाटक के आलंद में 6,000 वोटों की हेराफेरी
राहुल गांधी ने कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां लगभग 6,018 वोटों को गैरकानूनी तरीके से हटाने का प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि यह धांधली तब पकड़ी गई जब एक बूथ लेवल अधिकारी ने देखा कि उनके चाचा का वोट मतदाता सूची से हटा दिया गया है। राहुल ने आरोप लगाया कि अज्ञात लोग सॉफ्टवेयर का उपयोग कर असली मतदाताओं की पहचान चुराकर यह धांधली कर रहे हैं।
पहले भी उठ चुके हैं धांधली के आरोप
इससे पहले, राहुल गांधी ने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में भी मतदाता सूची में हेराफेरी के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि देशभर में विभिन्न चुनावों में मतदाताओं को व्यवस्थित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। राहुल ने यह भी कहा कि उनके पास इस धांधली के 100 प्रतिशत सबूत हैं और वे बिना पुख्ता सबूतों के कोई भी दावा नहीं कर रहे हैं।
चुनाव आयोग का जवाब
राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। आयोग ने कांग्रेस नेता से अपने दावों के समर्थन में ठोस सबूत पेश करने को कहा। साथ ही, आयोग ने बिहार में चल रही विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट की।