राहुल गांधी ने बिहार में एनडीए सरकार पर किया हमला, विकास पर उठाए सवाल
बिहार में चुनावी सभा में राहुल गांधी का भाषण
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाग लिया। उन्होंने नालंदा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार पर तीखा हमला किया। राहुल ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नियंत्रण पीएम नरेंद्र मोदी के हाथ में है।
कांग्रेस के सांसद ने कहा कि वर्तमान बिहार सरकार पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और नागपुर से संचालित हो रही है। उन्होंने बिहार के लोगों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि बिहार के लोग देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी पहचान बना चुके हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर बिहार में क्या कमी है कि यहां के लोग अपनी ऊर्जा और क्षमता का उपयोग अपने राज्य के विकास में नहीं कर पा रहे हैं?
राहुल ने बिहार में पेपर लीक की घटनाओं पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि यहां के युवा अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, लेकिन परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो जाता है। कुछ विशेष व्यक्तियों को परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र मिल जाते हैं।
उन्होंने नीतीश कुमार के विकास के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि नीतीश का दावा है कि उन्होंने बिहार को बदल दिया है, लेकिन सच्चाई यह है कि यहां शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। दिल्ली के एम्स में बिहार के लोगों की लंबी कतारें लगती हैं, जो इलाज के लिए वहां जाते हैं। उनका कहना है कि बिहार के अस्पतालों में इलाज कराने वाले लोग वापस नहीं लौटते। यह बिहार की वास्तविकता है।
राहुल ने यमुना नदी के प्रदूषण का जिक्र करते हुए कहा कि एक ओर मां यमुना का पानी गंदा है, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी के लिए तालाब में साफ पानी भरा गया है, जिससे दो अलग-अलग भारत की तस्वीर उभरती है।
कांग्रेस नेता ने आश्वासन दिया कि जब महागठबंधन की सरकार बनेगी, तो नालंदा में विश्व की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी स्थापित की जाएगी। नालंदा पहले भी शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र था और एक बार फिर यह शिक्षा और रोजगार का केंद्र बनेगा।
