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रोशन अख्तर: मुगलों का रंगीला बादशाह और उसकी कला की विरासत

रोशन अख्तर, जिन्हें मुहम्मद शाह रंगीला के नाम से भी जाना जाता है, मुगलों के 13वें सम्राट थे। उन्होंने 29 वर्षों तक शासन किया और कला तथा संगीत को पुनर्जीवित किया। हालांकि, उनके शासनकाल में नादिर शाह के हमले ने दिल्ली में भयंकर कत्लेआम किया और कोहिनूर हीरा खोने का संकट भी आया। जानिए कैसे रोशन अख्तर का रंगीला व्यक्तित्व और उनके शासन की विशेषताएँ इतिहास में दर्ज हुईं।
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रोशन अख्तर: मुगलों का रंगीला बादशाह और उसकी कला की विरासत

मुगल सम्राट का अनोखा शासन

मुगल सम्राट: दिल्ली में मुगलों का शासन विभिन्न तरीकों से चला। अकबर जैसे सम्राट कला और संगीत के प्रति उत्साही थे, जबकि औरंगजेब ने अपने जीवन का अधिकांश समय युद्धों में बिताया। उनकी मृत्यु भी युद्ध के मैदान में हुई, जो यह दर्शाता है कि औरंगजेब का शासन संघर्ष और युद्ध से भरा था। लेकिन इस कठिन माहौल को बदलने का प्रयास उनके परपोते रोशन अख्तर ने किया, जिन्हें मुहम्मद शाह रंगीला के नाम से भी जाना जाता है।


रोशन अख्तर का शासनकाल

रोशन अख्तर मुगल वंश के 13वें सम्राट थे, जिन्होंने 1719 से 1748 तक लगभग 29 वर्षों तक शासन किया। उनके शासन में कोई युद्ध नहीं हुआ और उन्होंने उन कलाकारों को पुनः सम्मानित किया, जिन्हें औरंगजेब के समय में भुला दिया गया था। कला और संगीत के प्रति उनकी गहरी रुचि थी, जिसके चलते वे अपनी पेंटिंग्स बनवाते थे, जिनमें कभी-कभी अश्लील दृश्य भी होते थे। इसके अलावा, वे महिलाओं के कपड़े पहनकर नृत्य भी करते थे, जिसे उनके कला प्रेम के रूप में देखा जाता है, जबकि कुछ इसे सनकीपन मानते हैं।


नादिर शाह का आक्रमण

दिल्ली में मचाया भयंकर कत्लेआम

हालांकि, उनके शासनकाल में सबसे बड़ा संकट नादिर शाह के आक्रमण के रूप में आया। नादिर शाह ने दिल्ली में भयंकर कत्लेआम किया और रोशन अख्तर उसे रोकने में असफल रहे। इस हमले के दौरान उनकी सबसे बड़ी हानि कोहिनूर हीरे के रूप में हुई। कहा जाता है कि नादिर शाह ने रोशन अख्तर से अपने मुकुट का आदान-प्रदान करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कोहिनूर हीरे को अपने मुकुट में छुपा लिया।


कोहिनूर हीरे की हानि

गंवा दिया दुनिया का सबसे कीमती हीरा

हालांकि, उनके मंत्री ने यह बात नादिर शाह को बता दी, और इस प्रकार दुनिया का सबसे कीमती हीरा मुगल सम्राट के हाथ से निकल गया। रोशन अख्तर का शासन कला और संगीत के लिए जाना जाता है, लेकिन उनके समय में दिल्ली और मुगल साम्राज्य को कई संकटों का सामना करना पड़ा। उनकी पेंटिंग्स, रंगीला स्वभाव और कोहिनूर की हानि इतिहास में उनकी पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।