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लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा में बाधा: विपक्ष का हंगामा

आज लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को लेकर जोरदार हंगामा किया। इस हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को दो बार स्थगित करना पड़ा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विपक्ष की आलोचना की, जबकि कांग्रेस सांसदों ने सरकार पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और नेताओं के बयान।
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लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा में बाधा: विपक्ष का हंगामा

संसद में हंगामे के बीच 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा

आज लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा का प्रस्ताव रखा गया था। लेकिन जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही को दो बार स्थगित करना पड़ा।


लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की प्रतिक्रिया

सदन की अव्यवस्था को देखते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठकों में गंभीरता से भाग लेना चाहिए। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से कहा कि जिन नेताओं को ऐसी बैठकों में भेजा जाता है, उन्हें निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए। स्पीकर ने यह भी पूछा कि यदि विपक्ष SIR पर चर्चा चाहता था, तो उसने बैठक में इसकी बात क्यों नहीं रखी।


विपक्ष की दुविधा

कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार SIR पर चर्चा से बच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के लिए तैयार है और इसके लिए विशेष सत्र की मांग की थी। अब SIR को भी राष्ट्रीय महत्व का विषय मानते हुए उस पर चर्चा की आवश्यकता बताई गई है। उनका कहना है कि सरकार से बस इतनी अपील थी कि उन्हें SIR का मुद्दा उठाने के लिए 30 सेकंड की अनुमति दी जाए, लेकिन सरकार इस पर चर्चा से बच रही है।


गौरव गोगोई का बयान

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार न तो पहलगाम की स्थिति पर बात करना चाहती है और न ही ऑपरेशन सिंदूर पर। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल अपनी बात रखने की अनुमति चाहता है, लेकिन बार-बार उनकी आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष ने सदन की गरिमा बनाए रखी और न तो वेल में गया, न ही पोस्टर लेकर नारे लगाए, फिर भी कार्यवाही बाधित की गई।


सरकार का जवाब

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष ने दोपहर 12 बजे 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा की सहमति दी थी, लेकिन अचानक एक नया मुद्दा उठाकर चर्चा से ध्यान भटकाने की कोशिश की। उन्होंने इसे 'बहस से भागने की रणनीति' बताया।


पीयूष गोयल की आलोचना

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष के रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष सेना की बहादुरी और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर चर्चा करने से बच रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश सैनिकों के साहस पर गर्व कर रहा है, विपक्ष का ऐसा रवैया राष्ट्र की भावना के विपरीत है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राहुल गांधी तक सदन में उपस्थित नहीं हुए।