वंदे भारत स्लीपर ट्रेन: भारतीय रेलवे की नई क्रांति और सुविधाएं

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की विशेषताएँ
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की झलक: भारतीय रेलवे ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला अवलोकन प्रस्तुत किया है, जो न केवल आकर्षक है बल्कि इसके फीचर्स भी अत्याधुनिक हैं। पहले इसे दिन के समय की सेमी-हाई स्पीड चेयर कार सेवा के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब इसका स्लीपर वर्जन यात्रियों को रात की यात्रा में तेज गति, आरामदायक अनुभव और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा।
प्रीमियम सेवा की शुरुआत
भारतीय रेलवे की यह नई पहल यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा में आरामदायक नींद का अनुभव प्रदान करेगी और यह वैश्विक स्तर की हाई-स्पीड ओवरनाइट ट्रेनों के मुकाबले एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के अनुसार, यह ट्रेन 700 से 1,200 किमी तक की यात्रा के लिए एक सुविधाजनक और किफायती विकल्प के रूप में तैयार की गई है।
कोच कॉन्फिगरेशन और सुविधाएं
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप 16 कोचों वाला होगा, जिसमें शामिल होंगे:
11 एसी थर्ड टियर कोच
4 एसी सेकंड टियर कोच
1 एसी फर्स्ट क्लास कोच
इस ट्रेन में लगभग 1,128 यात्रियों के बैठने और सोने की व्यवस्था होगी, जिसमें से 823 बर्थ यात्रियों के लिए और 34 बर्थ ऑनबोर्ड स्टाफ के लिए आरक्षित होंगी। सभी कोच पूरी तरह वातानुकूलित होंगे और इनमें बेहतर चौड़ाई वाली बर्थ, सुविधाजनक सीढ़ियाँ और एर्गोनॉमिक डिजाइन का उपयोग किया गया है।
सुरक्षा और आधुनिक तकनीक
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी गई है। विशेष सुविधाओं में शामिल हैं:
मल्टीपल रेस्टरूम
ऑटोमैटिक इंटर-कोच दरवाज़े
दुर्गंध-नियंत्रण प्रणाली
'कवच' टकराव-रोकथाम तकनीक
सेंसर आधारित लाइटिंग
इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम
ऑनबोर्ड वाई-फाई
यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट
पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम
रफ्तार और प्रदर्शन
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को उसी एयरोडायनामिक ईएमयू (EMU) प्लेटफॉर्म पर विकसित किया गया है जिस पर दिन में चलने वाली वंदे भारत ट्रेन आधारित है। इसकी अधिकतम गति 180 किमी/घंटा और सेवा गति 160 किमी/घंटा होगी। मल्टीपल यूनिट आर्किटेक्चर के कारण इसमें तेज एक्सेलेरेशन और डिकेलेरेशन संभव होगा, जिससे लंबी दूरी की यात्रा भी आरामदायक बनी रहेगी।
वंदे भारत स्लीपर के रूट
मीडिया रिपोर्ट्स और आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की शुरुआत दिल्ली से अहमदाबाद, भोपाल और पटना जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ते हुए की जाएगी। ये ट्रेनें 1,000 किमी तक की दूरी को बेहद कम समय में तय कर सकेंगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संकेत दिया है कि दूसरी ट्रेन सेट के तैयार होते ही इसका औपचारिक शुभारंभ किया जाएगा, जिसका लक्ष्य अक्टूबर 2025 रखा गया है।