विपक्षी INDIA ब्लॉक ने चुनाव आयोग पर उठाए गंभीर सवाल, क्या लोकतंत्र खतरे में है?

INDIA ब्लॉक की प्रेस कॉन्फ्रेंस
INDIA ब्लॉक प्रेस कॉन्फ्रेंस: विपक्षी INDIA ब्लॉक ने एक बार फिर चुनाव आयोग (EC) की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सोमवार को आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जिसमें राजद (RJD), वाम दल (CPI), समाजवादी पार्टी (SP), डीएमके (DMK), तृणमूल कांग्रेस (TMC) और अन्य दलों के वरिष्ठ नेता शामिल थे, वोट चोरी के आरोपों और बिहार के SIR विवाद पर चर्चा की गई।
सीपीआई (एम) के नेता जॉन ब्रिट्टास ने चुनाव आयोग को पक्षपाती और चयनात्मक बताया। उन्होंने कहा कि आयोग का रवैया पूरी तरह से अनुचित है। विपक्षी दलों ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर भी आरोप लगाया कि वे भाजपा के प्रवक्ता की तरह कार्य कर रहे हैं और SIR तथा वोटर लिस्ट की अनियमितताओं पर उनके सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
मनोज झा का तीखा बयान
मनोज झा का तीखा हमला
राजद के वरिष्ठ नेता मनोज झा ने कहा कि संविधान का उद्देश्य लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना है, न कि उन्हें तोड़ने वालों के लिए ढाल बनाना। उन्होंने कहा कि संविधान सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन यह संवैधानिक नैतिकता की अवहेलना का कवच नहीं हो सकता।
LIVE: Press briefing by Opposition parties' leaders at the Constitution Club, New Delhi. https://t.co/hyRbIFIhvG
— Congress (@INCIndia) August 18, 2025
महुआ मोइत्रा की कड़ी टिप्पणी
महुआ मोइत्रा ने की कड़ी टिप्पणी
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने चुनाव आयोग पर अपनी जिम्मेदारियों से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उठाए गए डुप्लीकेट EPIC कार्ड के मुद्दे पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मोइत्रा ने सवाल किया कि क्या लोकसभा चुनाव की सूची फर्जी थी? यदि हां, तो मौजूदा और पूर्व चुनाव आयुक्तों पर मुकदमा चलाना चाहिए और इस लोकसभा को तुरंत भंग कर देना चाहिए।
रामगोपाल यादव का बड़ा आरोप
सपा नेता रामगोपाल यादव का बड़ा आरोप
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि चुनाव आयोग राहुल गांधी से शिकायत पर हलफनामा मांग रहा है, लेकिन जब 2022 के यूपी चुनाव में एसपी ने 18,000 से अधिक नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने पर हलफनामा दिए थे, तब कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जब अखिलेश यादव ने कहा कि एसपी समर्थकों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं, तब हमने शपथपत्र दिए, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।
विपक्षी दलों का आरोप है कि यदि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी है, तो यह लोकतंत्र की नींव को हिला सकती है। महुआ मोइत्रा ने यह भी कहा कि यदि पिछला आम चुनाव गलत वोटर लिस्ट पर हुआ है, तो मौजूदा लोकसभा को मान्यता नहीं दी जा सकती।