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शरद पवार और अजित पवार के पार्टी विलय की संभावनाएं: एनडीए में शामिल होने की चर्चा

महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार की पार्टियों के विलय की चर्चा जोरों पर है। इसके साथ ही, शरद पवार एनडीए में शामिल होने की संभावनाओं पर भी विचार कर रहे हैं। भाजपा इस मामले में सावधानी बरत रही है, खासकर सुप्रिया सुले के रवैये को लेकर। जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे की रणनीतियाँ और संभावित परिणाम।
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शरद पवार और अजित पवार के पार्टी विलय की संभावनाएं: एनडीए में शामिल होने की चर्चा

पार्टी विलय और एनडीए में शामिल होने की संभावनाएं

महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार की पार्टियों के विलय की चर्चा तेजी से चल रही है। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि शरद पवार अपनी पार्टी को स्वतंत्र रखते हुए एनडीए में शामिल हो सकते हैं। भाजपा के लिए यह स्थिति अधिक अनुकूल प्रतीत हो रही है। यदि एनसीपी का विलय होता है और वह एनडीए में शामिल होती है, तो यह एक मजबूत राजनीतिक ताकत बन सकती है। दूसरी ओर, यदि दोनों पार्टियां अलग रहती हैं, तो उन्हें अधिक नुकसान हो सकता है। एनडीए में शरद पवार की पार्टी शामिल होने से आठ लोकसभा सांसद मिलेंगे, और पवार की बेटी और एक अन्य सांसद को मंत्री पद भी मिल सकता है.


भाजपा की सावधानी और सुप्रिया सुले का रवैया

हालांकि, भाजपा इस मामले में सावधानी से कदम उठा रही है, क्योंकि पार्टी के नेता सुप्रिया सुले के व्यवहार को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। भाजपा के जानकारों का कहना है कि शरद पवार पहले से ही भाजपा से बातचीत कर रहे थे और एनडीए में शामिल होना चाहते थे। लेकिन जब सब कुछ तय हो गया, तो सुप्रिया सुले ने उन्हें 'इंडिया' ब्लॉक में रहने के लिए मनाया। उनके स्वाभाविक झुकाव का कांग्रेस और गैर-भाजपा दलों की ओर होना बताया जा रहा है। हाल ही में विदेश यात्रा से लौटने के बाद, उन्होंने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई है। सुप्रिया सुले ने कहा कि गांधी, नेहरू और इंदिरा को विदेश में लोग आज भी पसंद करते हैं। यह भाजपा के लिए एक चिंता का विषय है।