शरद पवार की चिंता: ट्रंप की नीतियों से भारत की संप्रभुता पर खतरा

शरद पवार का बयान
महाराष्ट्र समाचार: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने नागपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ट्रंप द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाने का निर्णय एक दबाव बनाने वाली रणनीति है, जो राष्ट्रीय हितों के खिलाफ है। पवार ने यह भी कहा कि इस समय केंद्र सरकार को विपक्ष और पूरे देश का समर्थन प्राप्त होना चाहिए, क्योंकि यह केवल सरकार का मामला नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता और आर्थिक स्वतंत्रता का भी है।
ट्रंप का नेतृत्व और वैश्विक राजनीति
ट्रंप का व्यवहार अस्थिर और अनियंत्रित
पवार ने ट्रंप की नेतृत्व शैली को अनियंत्रित करार देते हुए कहा कि उनके पहले कार्यकाल में ही यह स्पष्ट हो गया था कि वे बिना सोचे-समझे निर्णय लेते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप के निर्णयों पर किसी का नियंत्रण नहीं है, जो वैश्विक राजनीति में अस्थिरता का एक बड़ा कारण बन सकता है। पवार ने भारत को इस तरह के नेतृत्व के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहने की आवश्यकता बताई।
भारत की विदेश नीति पर चिंता
भारत की विदेश नीति पर पवार की चिंता
हालांकि पवार ने मोदी सरकार की विदेश नीति को असफल नहीं कहा, लेकिन उन्होंने पड़ोसी देशों के साथ भारत के बिगड़ते रिश्तों पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के अलावा नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और मालदीव जैसे पारंपरिक सहयोगी देश भी अब भारत से दूर होते जा रहे हैं, जो चिंताजनक है।
रिश्तों में सुधार की आवश्यकता
मोदी सरकार को रिश्तों को सुधारने की सलाह
शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी कि पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में भारत को आंतरिक एकता और संतुलित विदेश नीति की आवश्यकता है, ताकि वैश्विक दबावों और ट्रंप जैसी नीतियों का सामना किया जा सके। पवार ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय हितों को किसी भी राजनीतिक मतभेद से ऊपर रखा जाना चाहिए।