शशि थरूर की चेतावनी: अमेरिका का पाकिस्तान के प्रति रवैया वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा

अमेरिका का पाकिस्तान के प्रति उदार रवैया
कांग्रेस के सांसद और पूर्व राजनयिक शशि थरूर ने चेतावनी दी है कि अमेरिका का पाकिस्तान की सेना के प्रति उदार दृष्टिकोण भारत और वैश्विक स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है। एक लेख में, थरूर ने कहा, “आज, अमेरिका की भ्रांतियां पहले से कहीं अधिक खतरनाक हो गई हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के जनरलों ने “हर पारंपरिक युद्ध हारा है,” लेकिन वे “परमाणु ब्लैकमेल” जैसे खतरनाक हथियारों में माहिर हो गए हैं। थरूर ने लिखा, “सबसे बड़ा खतरा बम नहीं, बल्कि उस बटन पर मंडराने वाला हाथ है, जो आज 'फील्ड मार्शल' आसिम मुनीर का है।
आसिम मुनीर के विवादास्पद बयान
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, थरूर ने आसिम मुनीर के उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की “जुगुलर वेन” बताया और कहा कि मुस्लिमों का गैर-मुस्लिम बहुल भारत में रहना असंभव है। थरूर ने कहा, “यह कहना कि मुस्लिम गैर-मुस्लिम बहुल देश में नहीं रह सकते, अमेरिका में रहने वाले पाकिस्तानी प्रवासियों के बीच यह बयान देना और भी हास्यास्पद है।
अमेरिका की उदारता पर सवाल
अमेरिका की उदारता पर उठे सवाल
थरूर ने बताया कि आसिम मुनीर ने व्हाइट हाउस में चेतावनी दी थी कि अगर उकसाया गया तो पाकिस्तान “आधा विश्व नष्ट कर सकता है।” उन्होंने कहा, “इस बयान पर अलार्म बजना चाहिए था, न कि तालियां। इसके बजाय, इसे राजनयिक उदारता का सामना करना पड़ा, जो अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में एक परिचित पैटर्न है, जहां रणनीतिक सुविधा नैतिक स्पष्टता पर हावी हो जाती है।
आतंकवाद और परमाणु खतरे
आतंकवाद और परमाणु धमकी
थरूर ने तर्क किया कि पाकिस्तान की सेना दशकों से अपने शस्त्रागार को “निवारक के रूप में नहीं, बल्कि राजनयिक हथियार के रूप में” इस्तेमाल करती है। उन्होंने ए.क्यू. खान नेटवर्क का उल्लेख किया, जिसने उत्तर कोरिया, ईरान और लीबिया को तकनीक बेची। थरूर ने लिखा, “फिर भी, विश्व की उदारता और साझेदारी के भ्रम के कारण पाकिस्तान को कोई गंभीर परिणाम नहीं भुगतना पड़ा।” उन्होंने सवाल उठाया, “अब जब अमेरिकी सेना अफगानिस्तान से हट चुकी है, तो अमेरिका पाकिस्तान को क्यों साझेदार मानता है?
पहलगाम हमला और भारत के लिए खतरा
पहलगाम हमला और भारत के लिए खतरा
इस महीने इस्लामाबाद में अमेरिका-पाकिस्तान आतंकवाद-रोधी संवाद पर थरूर ने लिखा, “यह विडंबना है कि अमेरिका पाकिस्तान की असंगतियों को नजरअंदाज करता है, जिसमें सैन्य के कई चरमपंथी समूहों से सिद्ध संबंध शामिल हैं, जिन्हें उसने अपने पड़ोसियों के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए तैयार किया है।” पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा, “पहलगाम आतंकी हमले के बाद मुनिर का हालिया शेखी बघारना जिम्मेदारी की स्वीकारोक्ति जैसा है।” उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान की सेना अब भारत की जल आपूर्ति को भी धमकी दे रही है, और भविष्य में भारत के बांध निर्माण के जवाब में परमाणु वृद्धि की धमकी दे रही है.