शशि थरूर के बयान पर सियासी विवाद: कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी नोकझोंक

शशि थरूर का विवादास्पद बयान
शशि थरूर विवाद: कांग्रेस नेता शशि थरूर के सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए गए बयान ने देशभर में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। विदेश यात्रा पर गए थरूर ने 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में टिप्पणी की, जिसके बाद कांग्रेस ने यह दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए सरकार के दौरान भी 6 सर्जिकल स्ट्राइक की गई थीं। इस दावे ने बीजेपी के लिए एक बड़ा मुद्दा खड़ा कर दिया है, और पार्टी ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए इसे 'झूठ' करार दिया है।
कांग्रेस का वीडियो और दावे
कांग्रेस ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, 'नोएडा नहीं, कोई पीआर नहीं… केवल निर्णायक कार्रवाई।' इस वीडियो में कांग्रेस ने यह बताया कि यूपीए सरकार के दौरान भी पाकिस्तान और आतंकवादियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक्स की गई थीं। कांग्रेस ने अपने पोस्ट में इन सर्जिकल स्ट्राइक्स की तारीखें और स्थान भी साझा किए:
6 सर्जिकल स्ट्राइक
- 19 जून 2008: पुंछ के भट्टल सेक्टर
- 31 अगस्त – 1 सितंबर 2011: केल, नीलम नदी घाटी
- 6 जनवरी 2013: सावन पात्रा चेकपोस्ट
- 27-28 जुलाई 2013: नाजापीर सेक्टर
- 6 अगस्त 2013 और 14 जनवरी 2014: नीलम घाटी
बीजेपी का जवाब
कांग्रेस के वीडियो और दावों के तुरंत बाद, भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी ने 2018 में दिए गए आरटीआई के जवाब का हवाला देते हुए कहा कि डीजीएमओ ने स्पष्ट किया था कि यूपीए शासन के दौरान कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी। बीजेपी ने सोशल मीडिया पर हमला करते हुए लिखा, 'डरपोक कांग्रेस को झूठ बोलना बंद करना चाहिए।'
कांग्रेस का नामों की सूची साझा करना
कांग्रेस के अनुसार, राहुल गांधी ने 2018 में कहा था कि यूपीए सरकार के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 3 सर्जिकल स्ट्राइक की गई थीं। अब एक बार फिर से कांग्रेस ने 6 सर्जिकल स्ट्राइक्स का दावा किया है। पार्टी ने यह भी बताया कि ये सभी स्ट्राइक्स यूपीए सरकार के दौरान हुई थीं और इनका उद्देश्य आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देना था।