शी जिनपिंग के नए नियम: चीन में सत्ता हस्तांतरण की तैयारी

चीन के राष्ट्रपति का नया कदम
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल ही में 24 सदस्यीय सीपीसी पोलित ब्यूरो की बैठक में कुछ नए नियमों को लागू किया है। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य पार्टी के निर्णय लेने की प्रक्रियाओं, संवाद और समन्वय को अधिक प्रभावी बनाना है। यह बदलाव इस ओर इशारा कर रहे हैं कि शी जिनपिंग अपनी कुछ जिम्मेदारियों को साझा करने की योजना बना रहे हैं, जिससे भविष्य में सत्ता का हस्तांतरण सुगम हो सके।मई के अंत से जून की शुरुआत (21 मई–5 जून 2025) के बीच शी जिनपिंग का सार्वजनिक रूप से अनुपस्थित रहना भी एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है। इस दौरान न केवल राज्य मीडिया में उनकी उपस्थिति गायब रही, बल्कि कई सुरक्षा और सैन्य मामलों की जिम्मेदारियाँ उप-प्रधानमंत्री हे लिफेंग और प्रधानमंत्री ली चियांग को सौंप दी गईं।
विश्लेषकों का मानना है कि यह संकेत देता है कि शी जिनपिंग अब शक्तियों का हस्तांतरण शुरू कर रहे हैं, ताकि वे वैश्विक और रणनीतिक मामलों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकें। हालांकि, कुछ विशेषज्ञ इसे 'शक्तियों को टांगने' या 'रिटायरमेंट प्लान' के रूप में भी देख रहे हैं। दूसरी ओर, यह भी कहा जा रहा है कि चीन की सत्ताधारी पार्टी (CCP) में आंतरिक बदलाव की प्रक्रियाएँ चल रही हैं, जिसमें शी को कमजोर करने के प्रयास हो सकते हैं। कुछ विश्लेषकों ने इस परिवर्तन को 'बैठकर नियोजित' बदलाव बताया है, ताकि सत्ता में एक चरणबद्ध तरीके से संक्रमण हो सके।