Newzfatafatlogo

शी जिनफिंग का ब्रिक्स सम्मेलन में न शामिल होना: पहली बार 12 साल में

चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग अगले हफ्ते ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे, जो कि उनके 12 साल के कार्यकाल में पहली बार होगा। इस निर्णय के पीछे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्टेट डिनर के लिए आमंत्रित किए जाने से जिनफिंग की नाराजगी बताई जा रही है। जानें इस सम्मेलन की महत्वपूर्ण जानकारी और जिनफिंग की अनुपस्थिति के संभावित प्रभाव।
 | 
शी जिनफिंग का ब्रिक्स सम्मेलन में न शामिल होना: पहली बार 12 साल में

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शी जिनफिंग की अनुपस्थिति

नई दिल्ली। चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग अगले सप्ताह ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। यदि ऐसा होता है, तो यह 12 वर्षों में पहला अवसर होगा जब चीन का राष्ट्रपति इस सम्मेलन में शामिल नहीं होगा। राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहली बार होगा जब शी जिनफिंग ब्रिक्स सम्मेलन से दूर रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, जिनफिंग इस बात से नाराज हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्राजील के राष्ट्रपति इनासियो लूला डी सिल्वा द्वारा स्टेट डिनर के लिए आमंत्रित किया गया है।


साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, सम्मेलन के बाद स्टेट डिनर में मोदी को बुलाए जाने से जिनफिंग असंतुष्ट हैं। उल्लेखनीय है कि 6 और 7 जुलाई को ब्राजील में 17वां ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। स्टेट डिनर के लिए मोदी को निमंत्रण भेजा गया है, जिससे जिनफिंग को लगता है कि उन्हें मोदी के सामने कम महत्व दिया जाएगा।


हालांकि, चीन ने जिनफिंग की अनुपस्थिति के लिए उनके पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला दिया है। इस बीच, ब्राजील के राष्ट्रपति इस स्थिति से नाराज बताए जा रहे हैं। शी जिनफिंग के 12 साल के कार्यकाल में यह पहली बार होगा जब वे ब्रिक्स सम्मेलन में नहीं जाएंगे। वे 2013 से हर वर्ष इस सम्मेलन में भाग लेते आए हैं, जबकि कोविड महामारी के दौरान उन्होंने दो वर्षों तक वर्चुअल तरीके से भाग लिया था। अब, उनकी अनुपस्थिति में प्रधानमंत्री ली कियांग चीन का प्रतिनिधित्व करेंगे।


चीन ने अभी तक इस विषय पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि सही समय पर जानकारी दी जाएगी। वहीं, ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वे विदेशी प्रतिनिधिमंडलों के आंतरिक निर्णयों पर टिप्पणी नहीं करेंगे। चीन की ओर से यह भी कहा गया है कि मई में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच मुलाकात हुई थी, इसलिए जिनफिंग को ब्राजील जाने की आवश्यकता नहीं समझी जा रही है।