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संजय राउत स्वास्थ्य कारणों से कार्यक्रमों से हुए दूर

शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने स्वास्थ्य समस्याओं के चलते सार्वजनिक कार्यक्रमों से अस्थायी दूरी बना ली है। उन्होंने अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनका इलाज चल रहा है और वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे। इस बीच, विपक्षी दलों ने मुंबई में मतदाता सूची में गड़बड़ी के खिलाफ मार्च निकालने की योजना बनाई है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
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संजय राउत स्वास्थ्य कारणों से कार्यक्रमों से हुए दूर

संजय राउत की स्वास्थ्य स्थिति

शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने अचानक स्वास्थ्य समस्याओं के चलते सार्वजनिक कार्यक्रमों से अस्थायी रूप से दूरी बना ली है। उन्होंने अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनका इलाज चल रहा है और वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे। 


पत्र के माध्यम से जानकारी

राउत ने अपने सभी मित्रों, परिवार और कार्यकर्ताओं के लिए एक पत्र जारी किया। पत्र में उन्होंने लिखा, “आप सभी ने मुझ पर हमेशा विश्वास किया है और मुझे प्यार दिया है, लेकिन अब मुझे पता चला है कि मेरी सेहत में अचानक गिरावट आई है। इलाज चल रहा है, मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा।


डॉक्टर की सलाह का पालन

उन्होंने पत्र में यह भी उल्लेख किया, “डॉक्टर ने मुझे बाहर जाने और भीड़-भाड़ में जाने से मना किया है। इससे बचना आवश्यक है।” संजय राउत ने आगे कहा, “मुझे विश्वास है कि मैं जल्दी स्वस्थ हो जाऊंगा और नए साल में आपसे मिलूंगा। आपका प्यार और आशीर्वाद मेरे साथ बना रहे।


विपक्षी दलों का मार्च

संजय राउत ने उस समय सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाने का निर्णय लिया है, जब एक दिन बाद शनिवार को मुंबई में विपक्षी दल मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर मार्च निकालने वाले हैं। शिवसेना-यूबीटी के मुखपत्र ‘सामना’ के अनुसार, इस मार्च का नेतृत्व एनसीपी-एसपी के अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना-यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करेंगे।


विपक्षी दलों की बैठक

इस ‘मोर्चा’ की योजना पर गुरुवार को सभी दलों की एक संयुक्त बैठक हुई थी। बैठक में उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, एनसीपी-एसपी के प्रदेशाध्यक्ष शशिकांत शिंदे, युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे और अन्य नेता शामिल हुए थे।


बैठक का उद्देश्य

‘सामना’ के अनुसार, विपक्षी दलों की यह बैठक लगभग डेढ़ घंटे चली। प्रेस वार्ता में कहा गया, “निर्वाचन आयोग की लापरवाही, मतदाता सूची में गड़बड़ी और चुनावों में अनियमितताओं के खिलाफ यह मोर्चा निकाला जा रहा है।