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संजय राऊत ने बेंगलुरु हादसे पर उठाए सवाल, पीएम मोदी के जी-7 सम्मेलन में न जाने पर भी जताई चिंता

शिवसेना नेता संजय राऊत ने बेंगलुरु में हुई दुर्घटना पर अपनी चिंता व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए केवल एक व्यक्ति जिम्मेदार नहीं होता। उन्होंने महाकुंभ मेले का उदाहरण देते हुए प्रशासनिक विफलता की बात की। इसके साथ ही, पीएम मोदी के जी-7 सम्मेलन में शामिल न होने पर भी उन्होंने चिंता जताई, इसे भारत के लिए अपमानजनक बताया। राऊत ने कहा कि यह भारत की विदेश नीति की विफलता को दर्शाता है।
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संजय राऊत ने बेंगलुरु हादसे पर उठाए सवाल, पीएम मोदी के जी-7 सम्मेलन में न जाने पर भी जताई चिंता

बेंगलुरु हादसे पर संजय राऊत की प्रतिक्रिया

शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने बेंगलुरु में हुई दुर्घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए केवल एक व्यक्ति को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि हम सभी, जनता भी, इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं। जब भीड़ बढ़ जाती है, तो समझदारी दिखाना जरूरी है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाएगी, यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि ओवरक्राउड में कोई भी नियम का पालन नहीं करता।


उन्होंने महाकुंभ मेले में हुई दुर्घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि कुंभ मेले में भी ऐसी ही स्थिति थी। प्रचार और मार्केटिंग तो जोरदार हुई, लेकिन व्यवस्थाएं सीमित थीं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था भीड़ के सामने असफल हो जाती है। वहां पुलिस और अन्य इंतजाम थे, फिर भी हादसे को टाला नहीं जा सका।


ज्ञात हो कि आईपीएल में आरसीबी टीम की जीत के जश्न के दौरान हजारों क्रिकेट प्रशंसक विधानसभा के सामने और चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास इकट्ठा हुए थे, जिसके कारण भगदड़ मच गई। इस घटना में कम से कम 11 लोगों की जान गई और 40 से अधिक लोग घायल हुए।


पीएम मोदी के जी-7 सम्मेलन में न जाने पर संजय राऊत की चिंता

सांसद संजय राऊत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कनाडा में होने वाले जी-7 सम्मेलन में शामिल न होने की खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत जैसे बड़े देश के प्रधानमंत्री को निमंत्रण न देना एक अपमान है। हमारे विदेश मंत्री ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। जी-7 सम्मेलन में शामिल राष्ट्रों ने पीएम मोदी को आमंत्रित नहीं किया है, जो सीधे तौर पर उनके खिलाफ एक संकेत है।


उन्होंने कहा कि बड़े देशों और मंचों पर पीएम मोदी का बहिष्कार किया जा रहा है, जो हमारी विदेश नीति और मोदी जी की वैश्विक स्वीकार्यता की विफलता को दर्शाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भी पीएम मोदी को नहीं बुलाया गया था। हमारे प्रतिनिधिमंडल को जहां-जहां जाना होता है, वहां उन्हें समर्थन नहीं मिलता। वहीं, पाकिस्तान को आर्थिक मदद दी जा रही है। क्या यह भारत को नीचा दिखाने का प्रयास है?


संजय राऊत ने कहा कि पीएम मोदी को विश्व का शक्तिशाली नेता माना जाता है, लेकिन पाकिस्तान को मजबूत करने का काम क्यों हो रहा है? उन्होंने सवाल उठाया कि पीएम मोदी इस विषय में देश को जानकारी क्यों नहीं दे रहे हैं। पाकिस्तान के पीछे एक आर्थिक शक्ति खड़ी हो रही है, जो भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है।