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संविधान दिवस पर पीएम मोदी का संदेश: कर्तव्यों का पालन करें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 76वें संविधान दिवस पर देशवासियों के नाम एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने संविधान के महत्व और नागरिकों के कर्तव्यों पर जोर दिया है। उन्होंने सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती का उल्लेख करते हुए, आने वाले वर्षों में देश के विकास के लिए कर्तव्यों का पालन करने की आवश्यकता पर बल दिया। मोदी ने युवाओं को मतदान के महत्व के बारे में भी बताया और उन्हें सक्रिय नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया।
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संविधान दिवस पर पीएम मोदी का संदेश: कर्तव्यों का पालन करें

संविधान दिवस का महत्व

नई दिल्ली। आज देश 76वां संविधान दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के लिए एक विशेष पत्र लिखा है।


प्रधानमंत्री का संदेश

प्रिय देशवासियों,

नमस्कार!

26 नवंबर का दिन हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है। इसी दिन 1949 में संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया था। इसलिए, 2015 में NDA सरकार ने इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।


संविधान का महत्व

हमारा संविधान एक पवित्र दस्तावेज है, जो देश के विकास का मार्गदर्शन करता है। यह संविधान ही है जिसने मुझे जैसे साधारण व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनने का अवसर दिया। मुझे याद है, 2014 में जब मैं संसद भवन में पहली बार प्रवेश कर रहा था, तो मैंने लोकतंत्र के इस मंदिर को नमन किया।


विशेष अवसर

इस वर्ष का संविधान दिवस कई कारणों से खास है। यह सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती का वर्ष है। सरदार पटेल के नेतृत्व ने देश के राजनीतिक एकीकरण को सुनिश्चित किया। उनके प्रेरणादायक कार्यों ने हमारी सरकार को जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाने के लिए प्रेरित किया।


कर्तव्यों का महत्व

भगवान बिरसा मुंडा का जीवन हमें जनजातीय समुदाय के लिए न्याय और गरिमा की प्रेरणा देता है। इस साल हम वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने का भी जश्न मना रहे हैं। यह गीत हर समय प्रासंगिक रहा है।


भविष्य की दिशा

आने वाले वर्षों में, हमें अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखते हुए आगे बढ़ना होगा। 2047 में आजादी के 100 वर्ष और 2049 में संविधान निर्माण के 100 वर्ष पूरे होंगे। हमें अपने कार्यों का प्रभाव आने वाली पीढ़ियों पर डालना है।


मतदान का अधिकार

संविधान ने हमें मतदान का अधिकार दिया है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम मतदान के अवसर को न छोड़ें। 26 नवंबर को स्कूलों और कॉलेजों में उन युवाओं का सम्मान होना चाहिए, जो पहली बार वोट देने जा रहे हैं।


संविधान दिवस का संकल्प

आइए, इस संविधान दिवस पर हम अपने कर्तव्यों का पालन करने का संकल्प लें। ऐसा करके हम एक विकसित और सशक्त राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकेंगे।

आपका,

नरेन्द्र मोदी