संसद के मानसून सत्र का छठा दिन: ऑपरेशन सिंदूर और अन्य मुद्दों पर चर्चा

मानसून सत्र का छठा दिन
Monsoon Session 6th Day: संसद का मानसून सत्र जारी है और आज इसका छठा दिन है। आज लोकसभा में पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की जाएगी, जो लगभग 12 बजे शुरू होगी। विपक्ष के हंगामे और मांगों के चलते मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए सहमति दी है। इस चर्चा के लिए कुल 25 घंटे निर्धारित किए गए हैं। आज लोकसभा में 16 घंटे और कल राज्यसभा में 9 घंटे चर्चा होगी। कांग्रेस ने अपने सांसदों के लिए ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए व्हिप जारी किया है।
NDA और INDIA गठबंधन का प्रदर्शन
NDA और INDIA गठबंधन का मार्च
मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले NDA एकजुटता का प्रदर्शन करेगा। भाजपा ने आज सुबह 10 बजे NDA के सभी सांसदों को मकर द्वार पर इकट्ठा होने का निर्देश दिया है। NDA के सांसद ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में मार्च निकालेंगे। दूसरी ओर, INDIA गठबंधन के सांसदों ने ऑपरेशन सिंदूर और अन्य मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। मानसून सत्र के तीसरे दिन (23 जुलाई) विपक्षी सांसदों ने काले कपड़े पहनकर संसद भवन से विजय चौक तक मार्च निकालने की योजना बनाई थी और आज भी इसी तरह का विरोध होने की संभावना है।
अन्य मुद्दों पर चर्चा
आज इन मुद्दों पर भी हो सकती है चर्चा
आज मानसून सत्र में बिहार में वोटर लिस्ट की विशेष गहन समीक्षा (SIR) के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है। कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस मुद्दे पर आपत्ति जताई है। विपक्ष का आरोप है कि सहमति के बिना वोटर लिस्ट में बदलाव किए जा रहे हैं, जिससे लोकसभा में हंगामा हो सकता है।
विपक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और पाकिस्तान में युद्धविराम कराने के दावों पर भी सवाल उठाए हैं। भारत सरकार ने ट्रंप के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि युद्धविराम द्विपक्षीय था। इस मुद्दे पर भी आज लोकसभा में चर्चा होने की संभावना है।
महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा
आज इन बिलों पर चर्चा भी संभव
आज 28 जुलाई को मानसून सत्र के छठे दिन कई महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा हो सकती है। इनमें आयकर विधेयक 2025 शामिल है, जिसे बजट सत्र में पेश किया गया था और संशोधन के लिए संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया था। इसके संशोधित ड्राफ्ट पर चर्चा की जा सकती है। भारतीय बंदरगाह बिल 2025, खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2025 और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025 पर भी चर्चा होने की संभावना है।
इन विधेयकों का उद्देश्य व्यापार को सुगम बनाना, खनिज संरक्षण और खेल प्रशासन में सुधार करना है। भूमि-विरासत स्थल और भू-अवशेष (संरक्षण और रखरखाव) बिल पर भी चर्चा की जा सकती है, जो भू-धरोहर स्थलों के संरक्षण के लिए पेश किया गया है। आज लोकसभा में इन विधेयकों पर चर्चा या प्रारंभिक विचार-विमर्श होने की संभावना है, जिसमें सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच बहस हो सकती है।