Newzfatafatlogo

संसद के शीतकालीन सत्र में वीबी-जी राम जी विधेयक पारित, विपक्ष का विरोध जारी

संसद के शीतकालीन सत्र के 14वें दिन, वीबी-जी राम जी विधेयक पारित हुआ, जबकि विपक्ष ने इसके खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में जवाब दिया, लेकिन हंगामे के कारण वायु प्रदूषण पर चर्चा नहीं हो सकी। विपक्षी दलों ने मनरेगा के नाम बदलने के खिलाफ भी प्रदर्शन किया। जानें इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
 | 
संसद के शीतकालीन सत्र में वीबी-जी राम जी विधेयक पारित, विपक्ष का विरोध जारी

संसद में हंगामे के बीच विधेयक की स्वीकृति


नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के 14वें दिन, गुरुवार को, संसद के भीतर और बाहर 'विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण)' विधेयक (वीबी-जी राम जी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस बीच, यह विधेयक लोकसभा में पारित हो गया। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में इस पर अपना जवाब दिया।


विपक्ष का जोरदार विरोध

विपक्षी सांसदों ने वीबी-जी राम जी विधेयक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। वे आसन के पास पहुंचकर नारेबाजी करने लगे और कुछ ने वेल के पास कागज फेंक दिए। इसके बावजूद, विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया। हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक स्थगित कर दी।


वायु प्रदूषण पर चर्चा नहीं हो सकी

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण पर चर्चा आज लोकसभा में होनी थी। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी इस मुद्दे पर चर्चा की शुरुआत करने वाली थीं, लेकिन हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।


मनरेगा के नाम बदलने का विरोध

संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले, विपक्षी दलों और कांग्रेस के कई नेताओं ने मनरेगा का नाम बदलकर 'वीबी जी रामजी' किए जाने के खिलाफ संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इन सांसदों और नेताओं ने पोस्टर और बैनर लेकर गांधी प्रतिमा से मक्कर द्वार तक मार्च निकाला और कहा कि महात्मा गांधी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पोस्टरों पर लिखा था, 'महात्मा गांधी का अपमान नहीं सहेंगे।'