सचिन तेंदुलकर ने जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति पर दी प्रतिक्रिया
बुमराह की अनुपस्थिति और भारत की जीत
अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की छवि आज भी 'असाधारण और अविश्वसनीय' मानी जाती है। पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को कहा कि भारतीय टीम ने इंग्लैंड दौरे पर बुमराह की अनुपस्थिति में दो टेस्ट मैच जीतने को महज संयोग माना जाना चाहिए। बुमराह ने इस दौरे पर केवल तीन टेस्ट मैच खेले, और प्रबंधन संबंधी समस्याओं के कारण वह दोनों जीतने वाले मैचों में नहीं थे। सचिन ने इस पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा, 'बुमराह की अनुपस्थिति में बर्मिंघम और ओवल में भारत की जीत को इत्तेफाक ही कहा जाएगा।' उन्होंने बुमराह के प्रदर्शन पर भी चर्चा की, जिसमें उन्होंने सीरीज़ में कुल 14 विकेट लिए।सचिन ने 'रेडिट' पर अपने वीडियो विश्लेषण में कहा, 'बुमराह ने पहले टेस्ट की पहली पारी में पाँच विकेट लिए। वह दूसरे टेस्ट में नहीं खेले, लेकिन तीसरे और चौथे टेस्ट में उन्होंने फिर से शानदार प्रदर्शन किया।' उन्होंने आगे कहा, 'लोग कह रहे हैं कि जसप्रीत बुमराह ने भारत की जीत में योगदान नहीं दिया। मुझे लगता है कि यह महज़ एक इत्तेफाक है। बुमराह की गेंदबाज़ी असाधारण है। उनके द्वारा हासिल की गई उपलब्धियाँ अविश्वसनीय हैं।' सचिन ने बुमराह को अन्य गेंदबाज़ों से बेहतर माना।
बुमराह की अनुपस्थिति में मोहम्मद सिराज ने सभी पाँच मैचों में शानदार प्रदर्शन किया, 185.3 ओवर फेंककर 23 विकेट लिए। हालांकि, आँकड़ों के अनुसार, बुमराह सिराज से कहीं आगे हैं, जिन्होंने 48 टेस्ट मैचों में 219 विकेट लिए हैं, जबकि सिराज के नाम 41 टेस्ट मैचों में 123 विकेट हैं। दौरे की शुरुआत में भारतीय टीम द्वारा घोषित योजना के अनुसार, बुमराह को अंतिम टेस्ट में नहीं उतारा गया, जिससे प्रबंधन की आलोचना हुई। टीम प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि 'बुमराह को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाया जा सकता।'