Newzfatafatlogo

सत्यपाल मलिक पर सीबीआई का भ्रष्टाचार का आरोप: क्या है पूरा मामला?

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है। मलिक ने दावा किया था कि उन्हें रिश्वत का प्रस्ताव मिला था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। वर्तमान में, वे स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। सीबीआई ने उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है, जिसमें उनके करीबी सहयोगियों के माध्यम से रिश्वत लेने का आरोप है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और मलिक का बयान।
 | 
सत्यपाल मलिक पर सीबीआई का भ्रष्टाचार का आरोप: क्या है पूरा मामला?

सीबीआई ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं, अब केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के निशाने पर हैं। उन पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया गया है। मलिक ने दावा किया था कि जब वे जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे, तब उन्हें दो परियोजनाओं के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत का प्रस्ताव मिला था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने इस मामले की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी को दी थी। वर्तमान में, मलिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर बताया कि वे वर्षों से सार्वजनिक जीवन में हैं, लेकिन अब भी एक छोटे से घर में रहते हैं और सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं, साथ ही उन पर कुछ कर्ज भी है।


सीबीआई की चार्जशीट और छापेमारी

हाल ही में, सीबीआई ने मलिक पर रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए अदालत में चार्जशीट दायर की है। रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई ने उनके घर और उनके करीबी सहयोगियों के घरों पर छापे मारे थे। एक अंग्रेजी समाचार पत्र ने सीबीआई की चार्जशीट के बारे में जानकारी दी है, जिसमें कहा गया है कि मलिक ने अपने दो सहयोगियों, वीरेंद्र राणा और कंवरपाल सिंह राणा के माध्यम से रिश्वत प्राप्त की। हालांकि, रिपोर्ट में रिश्वत की सटीक राशि का उल्लेख नहीं किया गया है। सीबीआई का कहना है कि पटेल इंजीनियरिंग से रिश्वत मिलने का मामला सामने आया है। मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक राज्यपाल रहे और उनकी सिफारिश पर जम्मू कश्मीर की विधानसभा को भंग किया गया था। इस समय, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस ने सरकार बनाने की कोशिश की थी, लेकिन मलिक ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की। अब, भाजपा और मोदी विरोधी खेमे में उनकी स्थिति को देखते हुए, उन पर रिश्वत लेने के आरोप लगना एक महत्वपूर्ण मोड़ है।