सरकार ने दूरसंचार धोखाधड़ी से निपटने के लिए उठाए ठोस कदम

दूरसंचार धोखाधड़ी पर सरकार की पहल
दूरसंचार धोखाधड़ी: केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 30 जुलाई को संसद में जानकारी दी कि सरकार दूरसंचार धोखाधड़ी के खिलाफ सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने देश में दूरसंचार प्रौद्योगिकी के विकास पर भी जोर दिया। साइबर और दूरसंचार धोखाधड़ी को रोकने के लिए किए गए प्रयासों पर चर्चा करते हुए, सिंधिया ने बताया कि 'अपने मोबाइल कनेक्शन को जानें' सुविधा के तहत अब तक 1.36 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शनों को बंद किया गया है।
सरकार की रणनीतियाँ
सरकार कैसे काम कर रही है?
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि टेलीकॉम धोखाधड़ी को रोकने के लिए कई स्तरों पर विभिन्न पहलों को लागू किया गया है। सरकार ने एक डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म स्थापित किया है, जो 570 बैंकों, 36 राज्यों की पुलिस, विभिन्न जांच एजेंसियों और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को जोड़ता है। ये सभी संगठन धोखाधड़ी से निपटने के लिए वास्तविक समय में सहयोग कर रहे हैं।
संचार साथी पोर्टल की सफलता
संचार साथी चोरों के लिए मुश्किल साबित हो रहा है
सिंधिया ने कहा कि 16 मई, 2023 को शुरू किए गए संचार साथी पोर्टल के माध्यम से अब तक 5.5 लाख मोबाइल हैंडसेट्स का पता लगाया गया है। इसके साथ ही, 20 हजार से अधिक बल्क एसएमएस भेजने वालों को ब्लॉक किया गया है और 24 लाख व्हाट्सएप अकाउंट भी बंद किए गए हैं।
एआई का उपयोग
धोखाधड़ी से निपटने में एआई एक मददगार उपकरण
सिंधिया ने बताया कि सरकार धोखाधड़ी रोकने के लिए एआई और डिजिटल तकनीक का उपयोग कर रही है। दूरसंचार विभाग ने एआई-आधारित एएसटीआर सिस्टम और धोखाधड़ी जोखिम संकेतक (एफआरआई) लागू किए हैं। इन उपकरणों ने 82 लाख फर्जी कनेक्शनों की पहचान की है और उन्हें स्वचालित रूप से ब्लॉक कर दिया है। इसके अलावा, 3.7 लाख उपयोगकर्ताओं को उच्च जोखिम वाली सूची में जोड़ा गया है।
स्पूफ कॉल्स में कमी
स्पूफ कॉल्स में 97% की कमी
सिंधिया ने यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्पूफ कॉल्स को रोकने के लिए एक नया सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है, जिससे इन कॉल्स की संख्या में 97 प्रतिशत की कमी आई है। इस सॉफ्टवेयर ने पहले दिन में 1.35 करोड़ स्पूफ कॉल्स को ब्लॉक किया। अब हर दिन 3 लाख कॉल्स का पता लगाया जाता है।