सागर में ईद मिलाद-उन-नबी जुलूस में विवादित नारे, पुलिस ने की कार्रवाई

सागर ईद मिलाद जुलूस में विवाद
Sagar Eid Milad Procession: मध्य प्रदेश के सागर जिले में ईद मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान विवादास्पद नारों ने पूरे प्रदेश का माहौल गर्म कर दिया है। कोतवाली थाना क्षेत्र के तीन बत्ती इलाके में आयोजित इस जुलूस में 'सर तन से जुदा' जैसे उत्तेजक नारे लगाए गए, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। यह जुलूस कांग्रेस नेताओं फिरदौस कुरैशी और पम्मा कुरैशी के नेतृत्व में निकाला गया था।
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने बताया कि दोषियों की पहचान की जा रही है और किसी भी स्थिति में शहर की शांति को भंग नहीं होने दिया जाएगा। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस मामले में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौर से देखें - दंगाई भीड़ का चेहरा...
— Shivam Dixit (@ShivamdixitInd) September 5, 2025
सड़क चौराहे पर लग रहे- 'सर तन से जु*दा' के नारे
वायरल वीडियो MP के सागर का बताया जा रहा है। जिसमें ईद के जुलूस के दौरान कट्टरपंथियों की भीड़ ने 'सर तन से...' के नारे लगाए! pic.twitter.com/H2Y5UiHQrF
कांग्रेस नेताओं का नाम सामने आया
घटना पर प्रदेश सरकार ने भी सख्त रुख अपनाया है। राज्य के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और ऐसे कृत्य किसी भी स्थिति में सहन नहीं किए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी समाज में विघटनकारी गतिविधियाँ होती हैं, उनका संबंध कांग्रेस से होता है। सारंग ने इंदौर के लव जिहाद मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि आरोपी पार्षद अनवर कादरी भी कांग्रेस से जुड़ा था और अब सागर की इस घटना में भी कांग्रेस नेताओं का नाम सामने आया है।
माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
सारंग ने चेतावनी दी कि मध्य प्रदेश में माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ ऐसी कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो भविष्य के लिए एक उदाहरण बनेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व में निकले जुलूस में भड़काऊ नारे लगना गंभीर चिंता का विषय है और यह प्रदेश की शांति के लिए खतरा है। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि तीन बत्ती क्षेत्र शहर का मुख्य इलाका है।
जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश
यहां जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। लोगों का कहना है कि इस तरह की नारेबाजी से समाज में नफरत फैलती है और इससे शांति व्यवस्था पर असर पड़ सकता है। फिलहाल पुलिस ने वायरल वीडियो को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है।