सिद्धारमैया ने बेंगलुरु भगदड़ के लिए जनता को ठहराया जिम्मेदार

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बयान
Siddaramaiah: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को विधानसभा में बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई दुखद भगदड़ के लिए जनता के "उन्माद" को जिम्मेदार ठहराया। 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL जीत के जश्न के दौरान हुई इस घटना में 11 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए।
दुख और जिम्मेदारी
सिद्धारमैया ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया, लेकिन साथ ही बीजेपी शासित राज्यों में पहले हुई भगदड़ की घटनाओं का हवाला देकर अपनी सरकार पर लगे आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए लोगों को जिम्मेदार ठहराना उचित है।
जनता की भावनाओं का सम्मान
सिद्धारमैया ने विधानसभा में कहा कि RCB की जीत को बेंगलुरु के गौरव के रूप में देखा गया, जिससे लोगों में "उन्माद" उत्पन्न हुआ। उन्होंने कहा, "मेरे 42 साल के राजनीतिक जीवन में ऐसी कोई घटना नहीं हुई। 11 लोगों की मौत से मैं दुखी हूं और मैंने उसी दिन अपनी संवेदना व्यक्त की थी।" उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में जनता की भावनाओं का सम्मान करना आवश्यक है, इसलिए वे RCB की जीत के जश्न में शामिल हुए।
बीजेपी पर निशाना
मुख्यमंत्री ने बीजेपी शासित राज्यों में पहले हुई भगदड़ की घटनाओं का उल्लेख करते हुए विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने 2008 में हिमाचल प्रदेश के नैनादेवी मंदिर में हुई भगदड़ (162 मृत्यु), 2008 में जोधपुर भगदड़ (250 मृत्यु), 2013 में रतनगढ़ मंदिर हादसा, 2021 में हरिद्वार भगदड़, 2023 में मध्य प्रदेश के सिहोर हादसा और 2024 में उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ (121 मृत्यु) का उदाहरण दिया।
बीजेपी का आरोप
बीजेपी के कर्नाटक अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने इस हादसे के लिए सीधे सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि विधान सौधा और चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जश्न का आयोजन करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया था, जबकि पुलिस ने तैयारियों के लिए और समय मांगा था।
सरकार की कार्रवाई
येदियुरप्पा ने कहा, "सरकार ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन असल मुद्दा 11 मासूम लोगों की मौत है। यह फैसला पुलिस का नहीं, बल्कि सीएम सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार का था।"