सीतापुर में हेडमास्टर ने बीएसए को बेल्ट से पीटा, मामला वायरल

सीतापुर में शिक्षा विभाग में हड़कंप
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने शिक्षा विभाग में हलचल मचा दी है। महमूदाबाद शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नदवा के हेडमास्टर बृजेंद्र कुमार वर्मा ने कार्यालय में घुसकर जिला बेसिक अधिकारी (बीएसए) को बेल्ट से बुरी तरह पीट दिया। यह घटना कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, बृजेंद्र कुमार वर्मा, जो महमूदाबाद शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नदवा में हेडमास्टर हैं, ने बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह पर उनके कार्यालय में बेल्ट से हमला किया। बताया जा रहा है कि हेडमास्टर शिकायत के मामले में स्पष्टीकरण देने पहुंचे थे।
UP govt headmaster slams file, flogs BSA using belt
In UP's Sitapur, a primary school headmaster Brijendra Kumar Verma was summoned by the Basic Siksha Adhikari (BSA) Akhilesh Pratap Singh over a complaint registered against Verma. Verbal argument ensued. Headmaster Verma… pic.twitter.com/8YGiFBTmfw
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) September 23, 2025
पुलिस कार्रवाई
बीएसए ने शिकायत की पुष्टि की और स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन हेडमास्टर की सफाई उन्हें संतोषजनक नहीं लगी। दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आकर बृजेंद्र ने फाइल टेबल पर फेंकी और बेल्ट निकालकर बीएसए को पीटने लगे।
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि हेडमास्टर ने बीएसए को कितनी बुरी तरह से मारा, जिससे उन्हें कई चोटें आईं। वहां मौजूद अन्य लोगों ने हेडमास्टर को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुके। इस दौरान उन्होंने गालियां भी दीं और जान से मारने की धमकी भी दी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई, और कुछ समय बाद पुलिस ने आरोपी हेडमास्टर को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
भाजपा जाए तो स्कूल खिलखिलाए : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि जिन गांवों में पीडीए समाज के लोग अधिक हैं, वहां भाजपा सरकार पीडीए पाठशाला खुलने के डर से सीधे ‘स्कूल बंदी’ नहीं करवा पा रही है। उन्होंने कहा कि यह सत्ता-सजातीय लोगों द्वारा प्रधानाध्यापकों पर दबाव बनाने का एक और तरीका है।
उन्होंने कहा कि सत्ता के उच्चाधिकारियों के दुर्व्यवहार से जो आक्रोश उत्पन्न होता है, वह अंततः हिंसक हो जाता है। भाजपा ने शिक्षा का माहौल पूरी तरह से बिगाड़ दिया है।