स्वामी रामभद्राचार्य के विवादास्पद बयान पर मचा हंगामा

स्वामी रामभद्राचार्य का विवादास्पद बयान
नई दिल्ली - स्वामी रामभद्राचार्य ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है, जिसने विवाद को जन्म दिया है। उन्होंने मुस्लिम महिलाओं और इस्लाम के बारे में टिप्पणी की है, साथ ही कॉन्वेंट स्कूलों में बच्चों की शिक्षा पर भी अपनी राय रखी है।
मेरठ के विक्टोरिया पार्क में आयोजित रामकथा के दौरान, स्वामी रामभद्राचार्य ने महिलाओं की स्वतंत्रता और शिक्षा पर चर्चा करते हुए कहा कि इस्लाम में महिलाओं की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में एक महिला से 25 बच्चे पैदा करने की बात होती है, और फिर तीन तलाक देकर उन्हें छोड़ दिया जाता है। इसके विपरीत, हिंदू धर्म में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू धर्म में मां को पिता से बड़ा स्थान दिया गया है।
स्वामी रामभद्राचार्य ने आगे कहा कि अधिक संतानें पैदा करने से व्यक्ति नरक की ओर जाता है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को कॉन्वेंट या मदरसों में न भेजें, बल्कि उन्हें सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने के लिए सरस्वती विद्यालय में पढ़ाएं।
यह पहली बार नहीं है जब स्वामी रामभद्राचार्य का बयान चर्चा में आया है। हाल ही में उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को 'मिनी पाकिस्तान' कहा था और हिंदुओं से मुखर होने की अपील की थी। उनके इस बयान पर समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, इसे मुस्लिमों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों का अपमान बताया।