स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ डिप्टी सीएम की सख्त कार्रवाई

डिप्टी सीएम की कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। उनकी इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है। बुधवार को, उन्होंने कई डॉक्टरों को बर्खास्त करने के साथ-साथ विभागीय कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। यह माना जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही और भी बड़े कदम उठाए जाएंगे, जो एक मिसाल बन सकते हैं।
डिप्टी सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय में एक चिकित्सा शिक्षक पर आरोप है कि उन्होंने स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय देवरिया में 36 पदों के लिए आउटसोर्सिंग के लिए नई निविदा नहीं की और बार-बार पुरानी निविदा को निरस्त किया। उन्होंने इस मामले में दोषी चिकित्सा शिक्षक के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
इसके अलावा, राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज के पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्य पर भी आरोप है कि उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर में सफाई और अपशिष्ट निस्तारण के लिए अनुबंधित संस्था के साथ बिना सक्षम अनुमोदन के अनुबंध का समय बढ़ाया। इस मामले में भी विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
प्रयागराज के राजकीय मेडिकल कॉलेज में नेफ्रोरोलॉजी विभाग के प्रमुख पर आरोप सिद्ध होने के बाद उनकी तीन वेतनवृद्धियों को स्थायी रूप से रोकने और परिनिन्दा का दंड देने के आदेश दिए गए हैं।
डिप्टी सीएम ने मिर्जापुर के मंडलीय चिकित्सालय में एक मामले में लापरवाही के आरोप में चार चिकित्साधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया है। इसके साथ ही, एक सेवानिवृत्त स्टाफ नर्स के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।